नोएडा: एक शख्स ने वीडियो अपलोड पर पुलिस पर लगाए थे गंभीर आरोप, अब पुलिस ने खोली पोल
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नोएडा: एक शख्स ने वीडियो अपलोड पर पुलिस पर लगाए थे गंभीर आरोप, अब पुलिस ने खोली पोल

खोड़ा इलाके में रहने वाले एक युवक ने एक वीडियो जारी कर नोएडा सेक्टर-20 थाना पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

 

वीडियो जारी कर नोएडा सेक्टर-20 थाना पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए थे.

नोएडा: दिल्ली से सटे नोएडा के खोड़ा इलाके में रहने वाले एक युवक ने एक वीडियो जारी कर नोएडा सेक्टर-20 थाना पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए थे. वीडियो के जरिए युवक ने आपराधिक मामलों में फंसाने का दबाव डालकर पुलिस पर पैसे वसूली करने का आरोप लगाया था. युवक ने आरोप लगाया कि अवैध पिस्टल रखने की बात कहकर खोड़ा से उसे और उसके दोस्त को उठाया गया. दोनों को छोड़ने के नाम पर पुलिसकर्मियों ने 7 लाख रुपये मांगे. लेकिन, 2.5 लाख रुपये नकद देने और एक लाख रुपये बाद में देने की बात पर दोनों को छोड़ दिया गया.

वहीं इस पूरे मामले में गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने बताया कि युवक द्वारा एक वीडियो जारी कर अभद्रता व पैसे लेने की बात की जा रही थी. इस सम्बन्ध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, गौतमबुद्धनगर के आदेशानुसार क्षेत्राधिकारी नगर प्रथम को जांच दी गई है.

जिसमें प्रथम दृष्ट्या ये तथ्य प्रकाश में आया कि थाना सैक्टर-20 की टीम को सौरभ उर्फ गोली, खोडा जिला गाजियाबाद नामक व्यक्ति, जो पूर्व में कई बार चैन स्नैचिंग में जेल जा चुका है के द्वारा सूचना दी गयी थी कि खोडा के ही रामू व नवीन के पास पिस्टल है. तथा इनके द्वारा हाल ही में खोडा में ही एक स्थान पर फायरिंग की गई है.

नवीन द्वारा खोडा क्षेत्र में ही जुआ व सटटे का अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर किया जाता है. ऐसा भी आरोप लगाया था. इस सम्बन्ध में थाना सेक्टर-20 की टीम द्वारा रामू व नवीन को पूछताछ के लिए थाना सेक्टर-20 लाया गया था.

नवीन को जब टीम द्वारा अपनी गाड़ी में बैठाने का प्रयास किया जा रहा था, उसी समय उसको कुछ चोटें भी आयी थी. वीडियो में जिस अंगुली में नवीन द्वारा चोट बताई जा रही है. उसी अंगुली में पहले भी उसे चोट लग चुकी है. यह बात उसके द्वारा स्वयं टीम को बताई गई थी.
और ये भी बताया गया था कि उसका इलाज पहले त्रिपाठी अस्पताल में चल रहा था. पूर्व में लगी चोट तथा गाड़ी में बैठते समय उसी अंगुली में चोट लग जाने के कारण नवीन को काफी दर्द हो रहा था. पुलिस द्वारा उसे अस्पताल ले जाकर इलाज कराया गया व दर्द का इन्जेक्शन भी लगवाया गया.

टीम के ही एक सदस्य द्वारा नवीन को कुछ रुपये देकर घर जाने में मदद भी की गई. इस प्रकार थाना सेक्टर-20 पर लगभग दो घंटे की पूछताछ में नवीन व रामू के पास पिस्टल न होने की बात स्पष्ट होने पर टीम द्वारा उसे छोड़ दिया गया था. पुलिस ने बताया कि वायरल वीडियो के सम्बन्ध में जब नवीन से सम्पर्क कर पूछताछ करने की कोशिश की गई तो उसका मोबाइल नम्बर बंद आया.

पुलिस ने बताया कि क्षेत्राधिकारी नगर प्रथम द्वारा नवीन के पिता राजपाल सिंह से बात की गई. नवीन के पिता ने बताया कि वो और जोगेन्द्र शर्मा नवीन को पूछताछ के बाद थाना सेक्टर 20, नोएडा से अपने साथ लेकर आये थे. थाना में पुलिस द्वारा न ही कोई पैसे की बात व मांग की गई और न ही हमारे द्वारा पुलिस को कोई पैसा दिया गया.

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