Mathura Mudia Mela 2024: उत्तर प्रदेश के मथुरा में विश्व प्रसिद्ध मुड़िया मेले की तैयारियां शुरू हो गई है. इस बार यह मेला 17 जुलाई से 21 जुलाई तक मथुरा के गोवर्धन में होगा. जानिए क्या-क्या सुरक्षा की गई है...
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मुड़िया मेला 2024: मथुरा के मुडिया मेले का आगाज हो चुका है. इस मेले में लाखों के तादात में श्रद्धालु वहां पहुंचते है. उत्तर प्रदेश के मथुरा में मुड़िया पूर्णिमा मेले की तैयारियां पूरी हो गई है. 17 जुलाई से शुरू होने वाला इस पांच दिवसीय मेले में श्रद्धालु मंगलवार शाम से ही पहुंचना शुरू कर देंगे. इसके बाद बुधवार को जयकारों लगाते हुए 21 किमी की गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करेंगे. इस बार यह मेला 17 से 21 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा. गौड़ीय संत सनातन गोस्वामी की याद में गुरु पूर्णिमा तक चलने वाले इस मेले में करीब 70 से 80 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है.
कमिश्नर ने दिए निर्देश
आगरा मंडल कमिश्नर और आगरा जोन एडीजी ने परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण किया, ताकि मेले के समय श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो. कमिश्नर ने सभी को जल्द से जल्द सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए. कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने राजकीय मुड़िया पूर्णिमा मेले की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए डीएम सहित सभी प्रशासनिक अमले के साथ बैठक की. इस मेले में सिर मुड़ाने की परंपरा से इसका नाम मुड़िया मेला पड़ा है. इसमें करोड़ों लोग गिरिराज जी की पूजा करते हैं.
सुरक्षा के लिए सीसीटीवी
सुरक्षा को देखते हुए पूरे मेले को सीसीटीवी की निगरानी में रखा गया है. इस मार्ग पर डग्गामार वाहन प्रतिबंधित रहेंगे. भीड़ को देखते हुए रोडवेज बसों और विशेष ट्रेनों की संख्या बढ़ाई गई है. यात्रियों को स्नान करते समय दुर्घटनाओं से बचाने के लिए परिक्रमा मार्ग पर पड़ने वाले कुंडों को बांध दिया गया है.
सुरक्षा के लिए अन्य इंतजाम
निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने बताया कि 31 वॉच टावर, 35 पुलिस चौकी, 62 पार्किंग, 110 बैरियर और अन्य परियोजनाओं को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. चिकित्सा विभाग ने गोवर्धन स्वास्थ्य केंद्र में 30 बेड का अस्थायी अस्पताल और पुरानी तहसील में चार बेड का अस्थायी अस्पताल प्रबंधित करने को कहा है. विभिन्न स्थानों पर 24 घंटे तक डॉक्टरों की ड्यूटी लगाने का भी आदेश दिया गया है. कमिश्नर ने सभी लाइटों को सही करने, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने, परिक्रमा मार्ग पर आपातकालीन सेवा नंबर दिखाने और सभी दिशा सूचक बोर्डों को सही करने के निर्देश दिए है.
गंगा पर फव्वारे
श्रद्धालुओं के स्नान के लिए पांच सौ से ज्यादा फव्वारे लगाए गए है. इस पूरे मेले को नौ सुपर जोन, 21 जोन, 62 सेक्टरों में विभाजित किया है. डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि मेले के लिए प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली गई है. सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा का पूरा इंतजाम हो चूका है.
सेवा में जुटेंगे सेवाभावी
भंडारे के लिए टेंट लगाने का काम शुरू हो चूका है. पूरे मेले के मार्ग में सेवाभावी नजर आएंगे साथ ही यहां खान-पान की व्यवस्था भी की जाएगी. किसी भी श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो इसको देखते हुए परिवहन निगम एक हजार बसों का संचालन 18 से 22 जुलाई तक करेगी. गाजियाबाद, मेरठ, अलीगढ़, इटावा, बरेली, मुरादाबाद जैसे शहरों से भारी मात्रा में बसें मंगाई जा रही हैं. सोमवार से 50 बसों का संचालन शुरू हो गया है, जिसकी संख्या बढ़कर लगभग 250 हो जाएगी.