Meerut News : सरधना सीएचसी में दुष्कर्म पीड़िता प्रसव पीड़ा से कहारती रही और चिकित्सक तमाशा देखते रहे. पुलिस केस का हवाला देकर दुष्कर्म पीड़िता को अस्पताल में भर्ती नहीं किया.
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Meerut News : यूपी के मेरठ में मानवीयता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. यहां सरधना सीएचसी में दुष्कर्म पीड़िता को भर्ती नहीं किया गया. दरअसल दुष्कर्म पीड़िता प्रसव पीड़ा से गुजर रही थी. शुक्रवार सुबह उसे सरधना सीएचसी लाया गया, जहां चिकित्सकों ने पुलिस केस का हवाला देते उसे भर्ती नहीं किया. मामले में मेरठ के डीएम ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं. तीन सदस्यों की टीम जांच में जुट गई है.
यह है पूरा मामला
बता दें कि सरधना थाना क्षेत्र के एक गांव में करीब 9 महीने पहले 13 वर्षीय रेप पीड़िता के मां-बाप मजदूरी करने घर से बाहर गए थे. इस दौरान गांव का रहने वाला सुभाष नाम का शख्स घर में घुस आया. आरोप है कि सुभाष ने 13 वर्षीय मासूम के साथ रेप किया और वीडियो बना लिया.
अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी
इसके बाद सुभाष वीडियो वायरल करने की धमकी देकर कई बार रेप किया. इस बीच लड़की प्रेग्नेंट हो गई. एक दिन अचानक लड़की के पेट में दर्द होने लगा. घर वालों ने कड़ाई से पूछा तो उसने पूरी आपबीती बताई. बाद में जांच कराने पर पता चला कि वह 6 महीने के गर्भ से है. घर वाले लोक लज्जा के डर से किसी से कुछ नहीं बताया.
आरोपियों ने घर से भगा दिया था
आरोप है कि इस बारे में जब शिकायत लेकर आरोपी सुभाष के घर पहुंचे तो उसकी पत्नी और मां ने धमकी देकर भगा दिया. इतना ही नहीं आरोप है कि उसके बेटे को जान से मारने की धमकी भी दी. साथ ही अश्लील वीडियो वायरल करने की भी धमकी दी. पुलिस से शिकायत न करने को कहा.
सीएचसी स्टाफ को लगाई फटकार
बात जब हद से आगे निकल गई तो घर वालों ने मेरठ पुलिस से शिकायत की. इसके बाद मेरठ पुलिस ने आरोपी सुभाष और उसकी पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया. शुक्रवार को दुष्कर्म पीड़िता को प्रसव पीड़ा हुई तो घर वालो सरधना सीएचसी लेकर पहुंचे. आरोप है कि वहां डॉक्टर नहीं थे, केवल स्टाफ था. स्टाफ ने पीड़िता को भर्ती करने से इनकार कर दिया. कहा सीएचसी का स्टाफ सोता रहा, वो पुलिस के कागज मांगते रहे. जब पुलिस ने कागज जमा कराए, तब तक पीड़िता का प्रसव हो चुका था.
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
मेरठ पुलिस का कहना हैकि सीएचसी स्टाफ को डांट फटकार लगाई गई है. डीएम ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए. डीएम दीपक मीणा ने तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी है. जो पूरे मामले की रिपोर्ट सौंपेगी.
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