लखनऊ-नोएडा नहीं, UP के इस शहर में बनेगी पहली ग्रीन सड़क, पैदल और साइकिल चालकों को भी मिलेगा पूरा सम्मान
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2411980

लखनऊ-नोएडा नहीं, UP के इस शहर में बनेगी पहली ग्रीन सड़क, पैदल और साइकिल चालकों को भी मिलेगा पूरा सम्मान

UP News: उत्तर प्रदेश के पहले ग्रीन रोड को हरी झंडी मिल गई है. लेकिन आपको यह जानकार हैरानी होगी कि यह ग्रीन रोड राजधानी लखनऊ में नहीं बल्कि उससे सैकड़ों किलोमीटर दूर एक शहर में बनेगा.

लखनऊ-नोएडा नहीं, UP के इस शहर में बनेगी पहली ग्रीन सड़क, पैदल और साइकिल चालकों को भी मिलेगा पूरा सम्मान

UP First Green Road:उत्तर प्रदेश में पहले ग्रीन रोड प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में इस महत्वाकांक्षी योजना का खाका तैयार किया गया है, जो प्रदेश की पहली ऐसी सड़क होगी, जहां कार, बाइक, साइकिल और पैदल चलने वालों के लिए भी विशेष मार्ग बनाया जाएगा. इस ग्रीन रोड का निर्माण "मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम" के तहत किया जाएगा. खास बात यह है कि यह सड़क राजधानी लखनऊ में नहीं, बल्कि इससे सैकड़ों किलोमीटर दूर मेरठ में बनाई जाएगी.

मेरठ में बनेगी पहली ग्रीन रोड
उत्तर प्रदेश की अर्बन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एजेंसी ने इस प्रोजेक्ट के लिए मेरठ शहर का चयन किया है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के औद्योगिक शहर मेरठ में 2.15 किलोमीटर लंबा ग्रीन रोड बनाया जाएगा. यह प्रदेश की पहली ऐसी सड़क होगी, जिसे वाहन चालकों के साथ-साथ साइकिल और पैदल चलने वालों के लिए भी सुरक्षित बनाया जाएगा. इस परियोजना की लागत करीब 40 करोड़ रुपये होगी, और इसे जून 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. यह सड़क गांधी आश्रम से तेजगढ़ी के बीच बनाई जाएगी.

14 अन्य शहरों में भी बनेगी ग्रीन रोड
मेरठ में ग्रीन रोड प्रोजेक्ट की शुरुआत के साथ ही प्रदेश के 14 अन्य शहरों में भी इसी तरह की सड़कें बनाने का काम शुरू किया जाएगा. इन शहरों में लखनऊ का नाम भी शामिल है. संबंधित एजेंसी जल्द ही इन शहरों का चयन करेगी, और सभी शहरों में सड़कों का निर्माण कार्य जून 2026 तक पूरा करने की योजना है. 

ये भी पढ़ें: घर में लगवाना है स्मार्ट प्रीपेड मीटर?, उपभोक्ता आवेदन के पहले जान लें ये 5 काम की बातें

देखरेख की जिम्मेदारी
सड़कों की देखरेख की जिम्मेदारी उनकी चौड़ाई के अनुसार तय की जाती है। अगर सड़क की चौड़ाई 45 मीटर से अधिक है, तो इसका निर्माण और रखरखाव सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) को सौंपा जाता है. 10 मीटर से कम चौड़ाई वाली सड़कों का निर्माण "सीएम नगर सृजन योजना" या "पंडित दीनदयाल अर्बन डेवलपमेंट स्कीम" के तहत किया जाता है. 10 से 45 मीटर के बीच की चौड़ाई वाली सड़कों का निर्माण "सीएम ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम" के तहत किया जाएगा.

इस परियोजना के जरिए राज्य सरकार न केवल परिवहन सुविधाओं में सुधार करेगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा देगी. ग्रीन रोड परियोजना से उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में यातायात व्यवस्था में सुधार और हरियाली को बढ़ावा मिलेगा, जिससे राज्य में रहने वालों को बेहतर और सुरक्षित यातायात का अनुभव प्राप्त होगा.

उत्तर प्रदेश नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें UP News और पाएं Meerut Latest News हर पल की जानकारी । उत्तर प्रदेश की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Trending news