यूपी के 10वीं पास इंजीनियर के सामने बड़ी कंपनियां फेल, बनाया खास ट्रैक्टर
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यूपी के 10वीं पास इंजीनियर के सामने बड़ी कंपनियां फेल, बनाया खास ट्रैक्टर

Desi Jugaad: दुनिया में आप सभी ने लोहे से बनने वाले डीजल के ट्रैक्टर चलते देखें होंगे. लेकिन यूपी में बिजनौर जिले के एक 10वीं पास एसी मेकैनिक ने लकड़ी से इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर बनाकर पूरी दुनिया को अचंभित कर दिया है. पढ़िए पूरी खबर ... 

Bijnor News

UP News: दुनिया में आप सभी ने लोहे से बनने वाले डीजल के ट्रैक्टर चलते देखें होंगे. लेकिन यूपी में बिजनौर जिले के एक 10वीं पास एसी मेकैनिक ने लकड़ी से इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर बनाकर पूरी दुनिया को अचंभित कर दिया है. जी हां ऐसे ही देसी जुगाड़ के सामने कभी-कभी बड़े से बड़े आविष्कार भी फेल हो जाते हैं. इस खास और देसी जुगाड़ू आविष्कार के आविष्कारक का नाम बिजनौर के अली कुमैल है. 23 साल के अली कुमैल सिर्फ 10वीं तक पढ़े हुए हैं. 

आर्थिक दिक्कतों के कारण छोड़ी पढ़ाई 
आपको बतो दें कि बिजनौर निवासी 23 साल के अली कुमैल एक बेहद सामान्य परिवार से आते हैं. परिवार की  आर्थिक दिक्कतों की वजह से कुमैल को 10वीं के बाद पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी थी. लेकिन अली अपने जुगाड़ू दिमाग के चलते वह अक्सर कुछ न कुछ कमाल करते रहते थे.

गांव में रहकर बनाया है ट्रैक्टर
अली द्वारा बनाया गया यह ट्रैक्टर अपने गांव में ही रहकर बनाया गया है. अली ने बताया कि उन्होंने यह ट्रैक्टर लकड़ी और लोहे से मिलाकर बनाया है. इस ट्रैक्टर की खास बात यह है कि यह एक इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर है. अली ने यह इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर 40% लकड़ी के साथ 60% लोहे का इस्तेमाल करके बनाया है. 

AC मेकैनिक का करते हैं काम
अली के पिता ने बताया कि उसका बचपन से ही कुछ बड़ा और अलग चीज बनाने का सपना था. लेकिन पैसों की कमी के कारण शुरू में वे ऐसा कुछ कर नहीं पा रहे थे. अली का यह सपना तब पूरा हुआ, जब वह एक AC मेकैनिक का काम करना शुरू किया था. अली ने अपने शौक को पूरा करने के लिए मेकैनिक का काम करते हुए  अपनी कमाई से करीब 50 हजार रुपये जमा किए. इसके बाद अली ने नौकरी से समय निकालकर ट्रैक्टर बनाने का काम शुरू किया.

छह माह में तैयार किया ट्रैक्टर
अली के अनुसार बैटरी से संचालित इस ट्रैक्टर को बनाने में उन्हें करीब छह महीने का समय लगा है. ट्रैक्टर को बनाने में अली ने पुराने सामान का ज्यादा प्रयोग किया है. अली ने बताया कि उन्होंने बाजार से छोटे पहिये खरीदे और इसमें ई-रिक्शा का धुरा लगाया है. इसके स्टेरिंग रॉड को बाइक की चैन से बनाया है. ट्रैक्टर की बॉडी अली ने लकड़ी के तख्ते से बनाई है. बताया जा रहा है कि एक बार चार्ज होने पर यह ट्रैक्टर 60 किलोमीटर तक चलने की क्षमता रखता है. वजन खींचने के मामले में यह ट्रैक्टर आठ से दस क्विंटल वजन लेकर जा सकता है. 

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