भाजपा और निषाद पार्टी में हुआ समझौता? डॉ. संजय ने 2022 में योगी को CM बनाने का लिया संकल्प
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भाजपा और निषाद पार्टी में हुआ समझौता? डॉ. संजय ने 2022 में योगी को CM बनाने का लिया संकल्प

उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार पर उन्हें पूरा भरोसा है. उन्होंने डिप्टी सीएम का सपना नहीं संजोया है बल्कि उनका समाज चाहता है कि वह उनका नेतृत्व करें.

निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद (फाइल फोटो).

अजीत सिंह/जौनपुर: मोदी कैबिनेट में जगह ना मिलने की वजह से बुरी तरह नाराज चल रहे निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद के सुर बदले बदले से दिख रहे हैं. जौनपुर में संजय निषाद ने विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान उन्होंने कहा कि निषाद ने संकल्प लिया है कि 2022 में योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा.

'रामराज्य और निषादराज' की दोस्ती
उन्होंने बताया कि भाजपा के साथ दोस्ती रामराज्य और निषादराज की दोस्ती है. 70 साल से उन्होंने सबको देख लिया है. केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार है और उनसे निषाद पार्टी को काफी उम्मीद है. डॉक्टर संजय निषाद ने बताया कि 2007 में उन्होंने बसपा को वोट दिया था. लेकिन मायावती ने उनकी रोजी-रोटी ही छीन ली. 

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सीएम योगी की तारीफ में पढ़े कसीदे
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ लगातार निषादों के लिए सदन में तत्परता से मुद्दा उठाते रहे हैं. उन्होंने कहा कि बाकी पार्टियां उन्हें गुमराह करती रही हैं. इस बार उन्होंने संकल्प लिया है कि 2022 में फिर से योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. संजय निषाद ने कहा कि 160 सीट निषाद बाहुल्य हैं लेकिन पहले आरक्षण वाली बात पूरी हो जाए तो सीटें महत्वपूर्ण नहीं है.

अन्य पार्टियों ने निषाद समुदाय को वोट बैंक के रूप में किया इस्तेमाल
संजय निषाद ने विपक्षी दल पर निशाना साधते हुए उन्हें सुचिता की राजनीति करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि निषाद समुदाय की रोजी-रोटी बसपा सरकार से ही छीन ली गई. उन्होंने कहा कि निषाद समुदाय के वोट को अन्य पार्टियों ने सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है. 70 साल में निषाद सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक रूप से इस्तेमाल किए गए हैं. 

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प्रदेश की 160 सीटें निषाद बाहुल्य
उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में 160 सीट निषाद बाहुल्य है लेकिन अगर भाजपा की सरकार आरक्षण के मुद्दे पर सहमति देकर इसे लागू करती है तो सीट जैसा कोई मुद्दा आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में नहीं रहेगा.  निषाद वोटर्स ने सपा, बसपा और कांग्रेस को उखाड़ फेंका था. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार पर उन्हें पूरा भरोसा है. उन्होंने बोला कि वह डिप्टी सीएम का सपना नहीं संजोया है बल्कि उनका समाज चाहता है कि वह उनका नेतृत्व करें.

डिप्टी सीएम बनाने की भी की थी मांग
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले संजय निषाद ने एक बयान देते हुए कहा था कि बीजेपी ने उन्हें एक कैबिनेट पोस्ट और एक राज्यसभा सीट देने का वादा किया है. उनकी मांग थी कि आने वाले विधानसभा चुनाव में उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाया जाए. संजय निषाद का दावा था कि उत्तर प्रदेश की 144 से ज्यादा सीटों पर निषाज या उनकी उपजातियों का वर्चस्व है. यही जाति बीजेपी को जीत दिला सकती हैं. 

संजय निषाद के बदले तेवर को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. जिसमें आगामी उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर उनकी कोई रणनीति हो. बता दें कि पूर्वी यूपी में निषाद समुदाय की अच्छी-खासी आबादी है. जहां के करीब 16 जिलों में निषाद वोटर अहम भूमिका निभाते हैं. 

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