पुणे के बाद अब नोएडा में लग रहे हैं टायर किलर्स, रॉन्ग साइड चलने वाले हो जाएं सावधान
आम वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए बोर्ड भी लगा दिया गया है. बोर्ड पर टायर किलर्स लिखवाकर उसके सिंबल भी बनवा दिए गए हैं.
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नोएडा, पवन त्रिपाठी: उत्तर प्रदेश के शो विंडो कहे जाने वाला नोएडा शहर अब लगातार हाई टेक होता जा रहा है. इस शहर में बसना अब लोगों का सपना बन गया है. इसके चलते तेजी से पूरे नोएडा में ऊंची-ऊंची इमारतें खड़ी हो गई हैं, जिसमें लाखों की संख्या में लोग बस भी गए हैं. हालांकि, इस सबके बीच शहर में ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति भी होने लगी है. वहीं, इसकी मुख्य वजह नियमों को दरकिनार कर गलत दिशा में वाहन लेकर चलने वाले लोग भी हैं. जबकि ऐसे लोगों के लिए ट्रैफिक विभाग द्वारा लगातार चालान काटने की कार्रवाई भी की जाती रही है. बावजूद इसके लोग हैं कि रॉन्ग साइड चलने से बाज नहीं आते हैं.
नोएडा प्राधिकरण ने रॉन्ग साइड से आने वाले वाहनों पर रोक के लिए सेक्टर 76-74 की क्रासिंग, सेक्टर-77 नॉर्थ आई जंक्शन, होशियारपुर यू-टर्न, सेक्टर-61 में साईं टेंपल यूटर्न और सेक्टर-75 के मेट्रो स्टेशन शामिल है. प्राधिकरण के महाप्रबंधक राजीव त्यागी ने बताया कि शनिवार (05 जनवरी) को ही इन्हें लगाया जाना था, मगर कुछ वजहों से ये नहीं लग पाए.
उन्होंने बताया कि शहर में ये अपनी तरह का पहला प्रयोग है. इस वजह से आम वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए यहां पर बोर्ड भी लगा दिया गया है. बोर्ड पर टायर किलर्स लिखवाकर उसके सिंबल भी बनवा दिए गए हैं, जिससे जो लोग पहली बार यहां से गुजर रहे हैं. वे इसको देखकर सचेत हो जाएं. उन्होंने कहा कि इन सभी जगहों को ट्रैफिक विभाग के सलाह के बाद नोटिफाई किया गया है. सभी जगहों पर साइन बोर्ड लगाकर लोगों को सूचित भी किया जाएगा.
प्राधिकरण के महाप्रबंधक ने बताया कि 11 पीस में ये किलर लगाए गए हैं. जो वाहन सीधे तरफ से आ रहे होंगे, उनके लिए ये टायर किलर एक ब्रेकर का काम करेगा. जब वाहन इस पर से गुजरेगा, तो इसमें लगे किलर पीस नीचे दब जाएंगे और वाहन निकल जाएंगे. जो वाहन यहां से रॉन्ग साइड से जाने की कोशिश करेगा उसके पहिए यहां पहुंचने के बाद इनकी चपेट में आ जाएंगे और वो पंचर हो जाएंगे.
पुणे के बाद अब नोएडा देश का दूसरा ऐसा शहर होगा जहां सड़कों पर टायर किलर्स लगाए गए है. वहीं, नोएडा में अगर ये योजना सफल हो जाती है, तो इसे अन्य शहरों में भी लागू करने पर विचार किया जा सकता है.
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