नोएडा के इन कॉमर्शियल प्रोजेक्ट में पैसे मत लगाना, मिलेगा कुछ नहीं, डायरेक्टर भी पहुंच गया है हवालात
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand784641

नोएडा के इन कॉमर्शियल प्रोजेक्ट में पैसे मत लगाना, मिलेगा कुछ नहीं, डायरेक्टर भी पहुंच गया है हवालात

दिल्ली पुलिस की EoW ने करीब 120 निवेशकों से करोड़ो रुपये की ठगी करने के आरोप में एक कंपनी के डायरेक्टर को गिरफ्तार किया है. आरोपी सतिंदर सिंह भसीन ने लोगों को गुमराह कर करोड़ों रुपये ठग लिए थे. 

नोएडा के इन कॉमर्शियल प्रोजेक्ट में पैसे मत लगाना, मिलेगा कुछ नहीं, डायरेक्टर भी पहुंच गया है हवालात

नोएडा: ‌कॉमर्शियल प्रोजेक्ट में निवेश के नाम पर करीब 120 निवेशकों से ठगी करने के आरोप में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने एक कंपनी के डायरेक्टर को गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान मेसर्स मास्टर एवेन्यू प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर सतिंदर सिंह भसीन के तौर पर हुई है. ज्वाइंट सीपी (EOW) डॉ. ओपी मिश्रा ने बताया कि आरोपी ने एक विज्ञापन के जरिए म‌हज 99 दिन में 33 मंजिला प्रोजेक्ट पूरा करने का झांसा देकर 120 निवेशकों को अपने जाल में फंसाया था. फिर उनसे करोड़ों रुपये की ठगी कर ली.  इस संबंध में मोती नगर थाने में 1 और EoW में चार मुकदमे दर्ज किए गए हैं. जांच के बाद पुलिस टीम ने मंगलवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जमानत मिल गई. 

लोगों को ऐसे लगाया करोड़ों का चूना
पुलिस के मुताबिक ठगी के शिकार लोगों ने शिकायत दर्ज कराई थीं. शिकायत के मुताबिक, मिस्ट एवेन्यू प्राइवेट लिमिटेड ने 2012-2013 में नोएडा सेक्टर-143 में एक कॉमर्शियल प्रोजेक्ट का विज्ञापन दिया था. दावा था कि महज 99 ‌दिन में 33 मंजिला प्रोजेक्ट पूरा कर लिया जाएगा. विज्ञापन देखकर कुछ निवेशक उसके जाल में फंस गए और मोटी रकम इनवेस्ट कर दी. इसके बाद सतिंदर भसीन ने अपने प्रोजेक्ट का नाम मिस्ट एवेन्यू से बदलकर फेस्टिवल सिटी कर दिया. साथ ही कंपनी का नाम भी मिस्ट एवेन्यू लिमिटेड से बदल कर मिस्ट डायरेक्ट सेल्स प्राइवेट लिमिटेड रख दिया. कंपनी ने पहले निवेशकों से प्रॉपर्टी 2015 में देने के लिए कहा था. बाद में तारीख बढ़ाकर 2022 कर दी. परेशान होकर निवेशकों ने साल 2018 में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया.

ये भी पढ़े: UP:उपचुनाव में हार के बाद पूर्व मंत्री ने की समीक्षा 'मुसलमानों की गलती से हारे चुनाव'

नहीं ली थी परमिशन
पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान ये भी पता चला कि कंपनी ने प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए संबंधित एजेंसी से किसी तरह की इजाजत नहीं ली थी. इस तरह उसने एक साजिश के तहत जानबूझकर निवेशकों से उनकी रकम ठगी. पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि आरोपी को कोर्ट से जमानत मिल गई.

WATCH LIVE TV

Trending news