टिहरी: सड़क के लिए रातोंरात JCB से रौंद दी फसल, किसानों का आरोप- न नोटिस मिला, न मुआवजा
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टिहरी: सड़क के लिए रातोंरात JCB से रौंद दी फसल, किसानों का आरोप- न नोटिस मिला, न मुआवजा

ग्रामीण जमीन के बदले जमीन की मांग अड़ गए हैं. साथ ही जिला प्रशासन से पीडब्लूडी के जिम्मेदार अधिकारी और ठेकेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कार्रवाई की मांग की है.

सड़क निर्माण के लिए खोदी गई किसानों की जमीन.

मुकेश पंवार/टिहरी: जाखणीधार ब्लॉक के टिपरी गांव में पीडब्लूडी और ठेकेदारों पर काश्तकारों की लहलाती फसल को रातोंरात जेसीबी से रौंद सड़क बनाने का आरोप लगा है. पीड़ित किसानों ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी करते हुए कार्रवाई की मांग की है.

जानकारी के मुताबिक, लोनिवि द्वारा टिपरी गांव से पातनदेवी तक हो रहे सड़क निर्माण कार्य में कुछ ग्रामीणों से विवाद चल रहा था. इस विवाद के चलते लंबे वक्त से सड़क का निर्माण बंद था. लेकिन, ग्रामीणों का आरोप है कि पीडब्लूडी और ठेकेदारों ने मिलीभगत कर 16 नाली कृषि भूमि पर रातों रात जेसीबी चलवा दी. जब अगल सुबह इसकी भनक लगी तो जिलाधिकारी को इस संबंध में अवगत कराया गया.

ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क के लिए गई जमीन के ऐवज में न तो कोई मुआवजा दिया गया और न ही इस बारे में पहले कोई सूचना दी गई. ग्रामीण जमीन के बदले जमीन की मांग अड़ गए हैं. साथ ही जिला प्रशासन से पीडब्लूडी के जिम्मेदार अधिकारी और ठेकेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कार्रवाई की मांग की है.

वहीं, किसानों को मुआवजा न दिए जाने के आरोपों पर लोनिवि के अधिशासी अभिंयता केएस नेगी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान कुछ काश्तकारों को मुआवजा नहीं बांट पाया. लेकिन अब जल्द जिन ग्रामीणों की जमीन सड़क के लिए अधिग्रहित की गई है, उसका मुआवजा विभाग द्वारा दिया जायेगा.

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