Parliament Security Breach: जालौन के मुख्यालय उरई में अतुल कुलश्रेष्ठ रहता है. पुलिस को उसके सोशल मीडिया अकाउंट और चैट्स के जरिए कुछ अहम सबूत मिले थे. जिसके बाद पुलिस ने अतुल को उसके आवास से हिरासत में लिया है.
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जितेन्द्र सोनी/जालौन: संसद सुरक्षा चूक मामले (Parliament Security Breach) में रोजना नए नए खुलासे हो रहे हैं. इस मामले में अब तक पुलिस कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. अब इस मामले के तार उत्तर प्रदेश के जालौन जिले से जुड़ते नजर आ रहे हैं. दरअसल, दिल्ली पुलिस ने जालौन के एक शख्स को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. पुलिस की कार्रवाई से आस-पड़ोस में चर्चा का बाजार गर्म है. उसके परिवार वाले भी हैरान हैं.
चैट्स से मिले अहम सबूत
जालौन के मुख्यालय उरई में अतुल कुलश्रेष्ठ रहता है. पुलिस को उसके सोशल मीडिया अकाउंट और चैट्स के जरिए कुछ अहम सबूत मिले थे. जिसके बाद पुलिस ने अतुल को उसके आवास से हिरासत में लिया है. जानकारी के मुताबिक, अतुल की कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है, लेकिन छात्र जीवन से ही उसका शहीद-ए-आजम भगत सिंह की विचारधारा से लगाव जुनूनी स्तर पर रहा है. वह इसके लिए गोष्ठियों और सभाओं का आयोजन करता रहा है.
इसके अलावा किसान आंदोलन में अतुल की सक्रिय भूमिका रही है. हालांकि, उसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड भी नहीं है. ना ही कभी किसी अराजक गतिविधि में संलिप्त रहा. अनुमान लगाया जा रहा है कि संसद में सेंध लगाने वाले ग्रुप से जुड़कर वे आरोपियों से चैट करता था, जिसके कारण संदेह के आधार पर दिल्ली पुलिस उसे पूछताछ के लिए ले गयी है. स्थानीय पुलिस के अधिकारी इस बारे में कोई जानकारी न होने की बात कह रहे हैं.
गिरफ्तार चार आरोपियों की पुलिस हिरासत बढ़ी
गुरुवार को दिल्ली की एक अदालत ने संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में गिरफ्तार चार आरोपियों की पुलिस हिरासत की अवधि बृहस्पतिवार को पांच जनवरी तक बढ़ा दी. विशेष न्यायाधीश हरदीप कौर ने शहर पुलिस की ओर से दाखिल एक अर्जी पर आरोपियों मनोरंजन डी, सागर शर्मा, अमोल धनराज शिंदे और नीलम देवी की हिरासत 15 दिन तक बढ़ा दी.
13 दिसंबर 2023 को हुई थी घटना
संसद पर 2001 में हुए आतंकवादी हमले की बरसी के दिन ही यानी 13 दिसंबर को सुरक्षा में चूक की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई थी जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से सागर शर्मा और मनोरंजन डी सदन के भीतर कूद गए थे. उन्होंने नारेबाजी करते हुए ‘केन’ के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया था. घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया था. इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली 'केन' लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले दो अन्य लोगों अमोल शिंदे और नीलम देवी को गिरफ्तार कर लिया गया था.