राहत कैंपों में ठहरे लोग बने प्रशासन के लिए सिरदर्द, घर जाने की जिद में छोड़ दिया खाना
Advertisement

राहत कैंपों में ठहरे लोग बने प्रशासन के लिए सिरदर्द, घर जाने की जिद में छोड़ दिया खाना

कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर प्रशासन खासा अलर्ट है. लॉकडाउन में बाहरी क्षेत्रों से आए यात्रियों को प्रशासन ने विभिन्न राहत कैंपों में निगरानी में रखा हुआ है.

फाइल फोटो

ललित मोहन भट्ट/चंपावत: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर प्रशासन खासा अलर्ट है. लॉकडाउन में बाहरी क्षेत्रों से आए यात्रियों को प्रशासन ने विभिन्न राहत कैंपों में निगरानी में रखा हुआ है. लेकिन चंपावत के टनकपुर राहत कैंप में यात्री अब प्रशासन के लिए सिरदर्द बन गए हैं. सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में ठहरे यात्रियों ने स्वास्थ्य जांच कराने से इनकार कर दिया है. साथ ही वे खाना खाने में भी आना-कानी कर रहे हैं. यात्रियों का कहना है कि उनका क्वारेंटीन का समय पूरा हो चुका है, इसलिए अब उन्हें घर भेजने की व्यवस्था की जाए.

ये भी पढ़ें: नैनीताल में नहीं हुआ कार्ड ऑनलाइन, सैकड़ों गांव के लोग हैं दाने-दाने को मोहताज

यात्रियों के जांच ना कराने की जानकारी एडीएम टीएस मर्तोलिया, एसडीएम दयानंद सरस्वती और कोतवाल धीरेंद्र कुमार को दी गई. जिसके बाद उन्होंने कैंप में जाकर यात्रियों को समझा कर शांत कराया.

एडीएम टीएस मर्तोलिया ने कहा कि लॉकडाउन की स्थिति में किसी भी यात्री को घर भेजा जाना संभव नहीं है. यदि किसी यात्री के घर में कुछ परेशानी है तो वहां के प्रशासन को अपनी समस्या बताए.

WATCH LIVE TV:

Trending news