भ्रष्टाचार पर ईडी ने तगड़ा प्रहार किया है. लोटस 300 प्रोजेक्ट में करीब 300 करोड़ रुपये की घोटाले की जांच पूर्व नोएडा अथॉरिटी के सीईओ के घर तक पहुंच गई है. ईडी ने नोएडा अथॉरिटी के पूर्व सीईओ मोहिंदर सिंह के आवास पर रेड डाली है.
इसके अलावा मोहिंदर सिंह के घर पर 7 करोड़ रुपये का सोना बरामद हुआ है. मायावती शासन काल में 1400 करोड़ रुपये के स्मारक घोटाले में भी इनका नाम सामने आया था.
मोहिंदर सिंह 1977 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. अपने सेवाकाल में वह कई पदों पर तैनात रहे. वह 31 जुलाई 2012 को रिटायर हो गए हैं.
मोनिंदर सिंह की गिनती उत्तर प्रदेश के ताकतवर अफसरों में की जाती थी. मायावती शासन में उनकी तू-ती बोलती थी. वह नोएडा अथॉरिटी के सीईओ भी बनाए गए.
इसके अलावा वह तीनों विकास प्राधिकरणों के चेयरमैन भी रह चुके हैं. मोनिंदर सिंह का नाम सुपरटेक और आम्रपाली बिल्डर घोटाले मामले में सामने आया था.
सुपरटेक के विवादित ट्विन टावर मामले में नोएडा प्राधिकरण के 11 अफसरों को दोषी ठहराया गया था, जिसमें मोनिंदर सिंह का भी नाम था.
पूर्व आईएएस मोहिंदर सिंह पर आरोप है कि नोएडा अथॉरिटी के सीईओ रहते हुए उन्होंने कई बड़े बिल्डर को करोड़ों को फायदा पहुंचाया.
बसपा शासन काल में 1400 करोड़ रुपये के स्मारक घोटाले में उनका नाम सामने आने के बाद योगी सरकार ने इस पूरे मामले में जांच का आदेश दिया था.
लोटस 300 प्रोजेक्ट में 300 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच कर रही ईडी की टीम ने मोहिंदर सिंह के मेरठ और चंडीगढ़ स्थित आवास पर छापेमारी की है.
इस दौरान ईडी की टीम को मोहिंदर सिंह के घर में हीरों का भंडार मिला है. जिनकी कीमत लगभग 12 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
इतना ही नहीं मोहिंदर सिंह के घर से करीब 7 करोड़ रुपये का सोना भी बरामद किया गया. इसके अलावा घोटाले से जुड़े दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं.
साथ ही नोएडा अथॉरिटी के पूर्व सीईओ मोहिंदर सिंह के घर पर ईडी की टीम को एक करोड़ रुपये का कैश भी बरामद हुआ है.
इन काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.