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चाहते हैं एडवेंचरस ट्रिप, तो उत्तराखंड की इस दिलकश जगह पर करें कैंपिंग

कोरोना की वजह से इस बार कम लोग यहां पहुंचे लेकिन अब टूरिस्ट्स के पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है. कोविड गाइडलाइंस का पालन करते हुए अगर आप किसी एडवेंचरस ट्रिप पर जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो एक बार फिर देवभूमि आपका स्वागत करने के लिए तैयार है. 

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चोपता- खूबसूरती ही सब कुछ कहती है  प्रकृति की गोद मे बसे उत्तराखंड का बेहद ही खूबसूरत और दिलकश नज़ारों से भरा चोपता वैसे तो अपनी पहचान के लिए किसी का मोहताज नहीं है.

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ट्रैकर्स के लिए ये जगह पसंदीदा है, और अब सरकार इस जगह की खूबसूरती से व्यवसायियों को फायदा दिलाने की कोशिश में है.

 

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कैंपिंग डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित होगा चोपता पर्यटन विभाग इसे कैंपिंग डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित करने की तैयारी में है. सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने तुंगनाथ में एशियन डेवलपमेंट बैंक के माध्यम से करवाए जा रहे यात्री सुविधाओं और स्थापना कार्यों के निरीक्षण के दौरान इस बात पर जोर दिया है कि चोपता को कैंपिंग डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित किया जाए. 

 

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ट्रैकिंग क्लस्टर के रूप में ट्रेक रुट्स के नजदीक के गांव विकसित किये जायेंगे और इसके लिए डीएम और डीएफओ से प्रस्ताव लिए जाएंगे. 

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इस योजना के अंतर्गत पुराने मकानों में नए कमरे बनाने के लिए हर 15 दिन में ₹60000 और पुराने कक्षों में शौचालय की व्यवस्था के लिए ₹25000 प्रति कक्ष की सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी. योजना के अंतर्गत जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति के माध्यम से योजना के लिए ट्रेक रूट व क्लस्टर की स्थापना के लिए स्थानों का चयन किया जा रहा है

 

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तुंगनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए पुरातत्व विभाग से किया अनुरोध तुंगनाथ भगवान शिव का ऊंचाई पर स्थित मंदिर है जो कि काफी प्राचीन है अब पर्यटन विभाग इस संबंध में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग से मंदिर का जीर्णोद्धार करवाने का आग्रह कर रहा है.

 

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तुंगनाथ मंदिर शिव भक्तों व साहसिक ट्रैकर्स के लिए पसंदीदा स्थान है यहां पर एशियन डेवलपमेंट बैंक के माध्यम से निर्माण कार्य किए जा रहे हैं जिसके पीछे उद्देश्य है कि यहां पर्यटकों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मिल सके ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग यहां पहुंचे और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़े.

 

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 इसके साथ ही वन विभाग से अनुमति लेकर गढ़वाल मंडल विकास निगम के पुराने बंगले का नवीनीकरण भी किया जाएगा. जिला पर्यटन विकास अधिकारी स्थानीय लोगों को पर्यटन विभाग की होमस्टे योजना के संबंध में जानकारी देने के लिए जगह-जगह कैंप भी लगाएंगे ताकि लोग होमस्टे को स्वरोजगार के तौर पर अपना सकें. 

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चोपता दुगलबिट्टा में स्कीइंग की अपार संभावनाएं हैं. चोपता में स्कीइंग को लेकर जिले के कुछ युवाओं को ट्रेनिंग के लिए ओली भेजा गया था. चोपता में छोटे.छोटे ढलान हैं, जिन पर स्कीइंग की जा सकती है. ऐसे में कुछ नया करना चाहते हैं तो आप चोपता जरूर आ सकते हैं.