लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सरकारी महकमों में भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देशों के बीच प्रयागराज में तैनात एक खनिज मोहर्रिर को धोखाधड़ी और लापरवाही समेत विभिन्न आरोपों में बर्खास्त कर दिया गया. भूतत्व और खनिकर्म निदेशक रोशन जैकब ने बुधवार को बताया कि प्रयागराज में कार्यरत खनिज मोहर्रिर गौरी शंकर त्रिपाठी को ठीक ढंग से कार्य न करने, स्वेच्छाचारिता एवं शासकीय आदेशों की अवहेलना करने, अभिलेखों में हेराफेरी करने के साथ ही उच्चाधिकारियों को गुमराह करने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया है.


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उन्होंने बताया कि इसके साथ ही प्रयागराज के ज्येष्ठ खान अधिकारी बी.पी. यादव तथा सर्वेक्षक अशोक कुमार मौर्य को यमुना टोन्स एवं बेलन नदी में स्वीकृत खनन पट्टे मानक के विपरीत पाये जाने के कारण मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है.


रोशन ने बताया कि त्रिपाठी को इससे पहले छह बार निलम्बित किया जा चुका था. इससे साबित होता है कि वह स्वेच्छाचारिता और शासकीय अभिलेखों में धोखाधड़ी करने के आदी हैं. इससे विभाग की छवि खराब हो रही थी. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिये हैं.