UP में पेपर लीक का मास्टरमाइंड जेल से बाहर आएगा! RO ARO पेपर लीक केस में राजीव नयन मिश्रा को छह महीने में ही मिली जमानत
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UP में पेपर लीक का मास्टरमाइंड जेल से बाहर आएगा! RO ARO पेपर लीक केस में राजीव नयन मिश्रा को छह महीने में ही मिली जमानत

UPPSC RO ARO Paper Leak Case: उत्तर प्रदेश में आरओ एआरओ समेत पेपर लीक के कई मामलों का सरगना जल्द ही जेल से बाहर आएगा. इलाहाबाद हाईकोर्ट से उसे जमानत मिल गई है. 

 

UP RO ARO paper leak case mastermind Rajeev Nayan Mishra

RO ARO Paper Leak Case Latest News: प्रयागराज/ मोहम्मद गुफरान। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरओ एआरओ पेपर लीक के मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा को बड़ी राहत देते हुए जमानत दे दी है. हाईकोर्ट ने गैंगस्टर मामले में राजीव नयन मिश्रा को ये बेल दी है. कौशांबी जनपद में दर्ज गैंगस्टर के मामले में राजीव नयन को मिश्रा को जमानत मिली है. इसके पहले 5 अन्य मामलों में भी कोर्ट से राजीव नयन मिश्रा को जमानत मिल चुकी है. गैंगस्टर मामले में जमानत के बाद राजीव नयन के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है. जुलाई 2024 में राजीव नयन मिश्रा समेत 23 के खिलाफ कौशांबी के मंझनपुर थाने में गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज हुआ था.

राजीव नयन मिश्रा पर लोकसेवा आयोग की 11 फरवरी 2024 को आयोजित आरओ एआरओ परीक्षा लीक कराने का आरोप है. इस मामले में एसटीएफ ने मंझनपुर से राजीव नयन मिश्रा के तीन करीबियों को गिरफ्तार किया था. मामले में कौशांबी की मंझनपुर थाने की पुलिस ने गैंगस्टर के तहत मुकदमा दर्ज किया था. गैंग का लीडर राजीव नयन मिश्रा को बताया गया था. वो पहले भी पेपर लीक से जुड़े मामले में गिरफ्तार हो चुका है.इसी केस में राजीव नयन ने गैंगस्टर मामले में हाईकोर्ट में जमानत दाखिल की थी. हाईकोर्ट ने आज राजीव नयन मिश्रा की जमानत को मंजूर कर लिया. अब राजीव नयन मिश्रा जमानत पर जेल से बाहर आ जाएगा. राजीव नयन मिश्रा पर यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा, टीईटी परीक्षा लीक कराने का भी आरोप है. हालांकि राजीव नयन को सभी मामलों में जमानत मिल चुकी है.

राजीव नयन मिश्रा को जमानत ऐसे वक्त मिली है, जब अभी यूपी पुलिस भर्ती की प्रक्रिया पूरी भी नहीं हुई है. जनवरी में हुए एग्जाम के बाद जब पुलिस भर्ती और आरओ एआरओ का पर्चा लीक होने की खबर सामने आई थी, तो दोनों का एग्जाम रद्द करा दिया गया था. लोकसभा चुनाव के दौरान इस कारण युवाओं में इसको लेकर नाराजगी भी देखने को मिली थी. दोबारा परीक्षा अगस्त में कराई गई. करीब 60 हजार से ज्यादा पदों पर 48 लाख के करीब युवाओं ने आवेदन किया था. 

पेपर लीक के बाद यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इन मामलों में ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी. यूपी एसटीएफ ने कई राज्यों में फैले नेटवर्क का भंडाफोड़ करने के साथ तमाम आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था. उस कंपनी को भी ब्लैकलिस्ट किया गया था, जहां से सील तोड़कर पेपर लीक हुआ था. आरोप है कि राजीव नयन मिश्रा ने अपने गुर्गों की मदद से गुरुग्राम सहित कई जगहों पर अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र के आंसर रटवाए थे. इसके लिए मोटी रकम अभ्यर्थियों से ली गई थी.

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