लखनऊ: अब बाढ़ नियंत्रण आयोग (Flood control commission) का नया पता बदलने वाला है. बिहार की राजधानी पटना से गंगा बाढ़ नियंत्रण आयोग का मुख्यालय (Headquarters) लखनऊ शिफ्ट हो सकता है. ये मुख्यालय 49 साल से पटना (Patna) में है. ये प्रस्ताव पहले केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय के पास जाएगा फिर सहमति मिलने पर केंद्र सरकार (Central Government) को प्रस्ताव सौंप दिया जाएगा. 


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1972 से पटना में आयोग
पटना में स्थापित गंगा बाढ़ नियंत्रण आयोग साल 1972 से पटना में है. इसको अब यूपी की राजधानी लखनऊ में लाने की तैयारी तेज हो गई है. 11 राज्यों की बाढ़ से जुड़ी परियोजनाओं की पटना से निगरानी करने वाले इस मुख्यालय का नया पता लखनऊ होगा. माना जा रहा है कि दो से तीन महीनों में ये हेडक्वार्टर शिफ्ट होकर यूपी की राजधानी में आ जाएगा.


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इसलिए हुई थी बाढ़ आयोग की स्थापना
गंगा (Ganga) और इसकी सहायक नदियों के बेसिन में बसे राज्यों को बाढ़ की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए इस आयोग की स्थापना की गई थी. पटना में हेडक्वार्टर बनाने का उद्धेश्य था कि गंगा बेसिन वाले सभी राज्यों में सबसे ज्यादा बाढ़ से तबाही बिहार में होती है. इसलिए इस आयोग को यहां पर ही बनाया गया. इस आयोग ने बाढ़ से बचाव के लिए कई योजनाएं की निगरानी की. वर्तमान में इसकी प्रासंगिकता इसलिए बढ़ गई कि गंगा जलमार्ग के अवरोधों को दूर करने का काम भी इसे ही दे दिया गया है.


गंगा बेसिन वाले राज्य
बिहार, यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, दिल्ली, राजस्थान और पश्चिम बंगाल. इस पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय का सीधा नियंत्रण होता है. बेसिन राज्यों के मुख्यमंत्री या उनके द्वारा मनोनीत प्रतिनिधि आयोग के सदस्य होते हैं.


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