Bigg Boss में राधे मां की एंट्री को लेकर बवाल, साधु-संतों ने कहा- न वो सन्यासी न साध्वी
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Bigg Boss में राधे मां की एंट्री को लेकर बवाल, साधु-संतों ने कहा- न वो सन्यासी न साध्वी

अखाड़ा परिषद ने राधे मां से दूरी बनाते हुए उनसे पूरी तरह से किनारा कर लिया है.अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि राधे मां का किसी भी अखाड़े से कोई सम्बन्ध नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने राधे मां के संत होने को साफ-साफ नकारा है. उनका कहना है कि राधे मां न ही कोई सन्यासी हैं और न ही साध्वी है.

राधे मां ने ली Bigg Boss में एंट्री

मोहम्मद गुफरान/प्रयागराज: विवादित महिला धर्मगुरु सुखविंदर उर्फ राधे मां एक बार फिर चर्चाओं में है. दरअसल राधे मां कलर्स टीवी के बहुचर्चित शो बिग बॉस में शामिल हो रही है. जिसे लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है. राधे मां के बिग बॉस के शो में जाने को लेकर सनातन धर्म को भी तरह-तरह की बातें कही जा रही हैं. जिसके बाद साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद आगे आयी है. 

अखाड़ा परिषद ने राधे मां से दूरी बनाते हुए उनसे पूरी तरह से किनारा कर लिया है.अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि राधे मां का किसी भी अखाड़े से कोई सम्बन्ध नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने राधे मां के संत होने को साफ-साफ नकारा है. उनका कहना है कि राधे मां न ही कोई सन्यासी हैं और न ही साध्वी है.

उन्होंने कहा है कि पूर्व में जूना अखाड़े ने उन्हें सनातन धर्म के प्रचार और प्रसार के लिए महामंडेश्वर की पदवी जरुर दी थी, लेकिन बाद में उनके बारे में सच्चाई का पता चलते ही उन्हें अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया था. 

महंत नरेन्द्र गिरी का कहना है कि राधे मां माता की चौकी करती हैं या वे कहां पर किस शो में जाती हैं ये उनका निजी मामला हो सकता है. जिससे अखाड़ों या साधु संतों का कोई लेना देना नहीं है.राधे मां को धार्मिक आस्था की कोई जानकारी भी नहीं है. उन्होंने कहा है कि केवल गाने बजाने और नाचने से धर्म की स्थापना नहीं होती है.

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महंत गिरी ने लोगों से अपील की है कि राधे मां को साधु संतों की कैटेगरी में न देखा जाये. साथ ही उन्होंने कहा राधे मां के सनातन धर्म की परंपरा के खिलाफ काम करने पर अखाड़ा परिषद कार्रवाई भी करेगा. वे जूना अखाड़े के संरक्षक और अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरी से बात करेंगे. उन्होंने दावा किया है कि मौजूदा समय में राधे मां सनातन परंपरा के आने वाले किसी भी अखाड़े में किसी पद पर नहीं हैं. 

हम आपको बता दें कि प्रयागराज में जनवरी 2019 में आयोजित दिव्य और भव्य कुंभ के पहले राधे मां की जूना अखाड़े में महामंडलेश्वर के तौर पर वापसी कर ली गई थी. लेकिन अपने साथ जुड़े विवादों के चलते राधे मां प्रयागराज कुंभ मेले से पहले निकलने वाली जूना अखाड़े की पेशवाई में शामिल नहीं हुईं थी.

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