According To Astrology: शास्त्रों के अनुसार अपने इष्टदेव की पूजा अर्चना करने से मनवांछित फल प्राप्त होते हैं. जन्म तारीख,राशि या अपनी जन्म कुंडली के आधार पर जानें आपको किस देवता की पूजा करनी चाहिए.
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According To Astrology: हम सब अपनी अपनी आस्था के अनुसार भगवान की पूजा करते हैं, कोई शिव को पूजता है और कोई सती को. हमारे धर्म में हर देवता का अपना विशेष महत्त्व और पूजा विधि है, यूं तो सभी देवी देवताओं की पूजा का कोई न कोई न फल अवश्य प्राप्त होता है लेकिन अपनी जन्मतिथि, कुंडली और नक्षत्रों के हिसाब से अपने इष्ट देव की पूजा की जाए तो जल्दी ही सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं और सुख समृद्धि मिलती है.
जन्म महीने के हिसाब से इष्ट देव इस प्रकार माने जाते हैं
जिन लोगों का जन्म जनवरी या नवंबर महीने में हुआ हो गणेश जी की पूजा करनी चाहिए.
जिन लोगों का जन्म फरवरी में हुआ हो उन्हें शिवजी की पूजा करनी चाहिए.
मार्च और दिसंबर में जन्मे लोगों को भगवान विष्णु की पूजा से अभीष्ट फल मिलता है.
अप्रेल, सितंबर और अक्टूबर में जिनका जन्मदिन हो उन्हें गणेशजी को प्रसन्न रखना चाहिए.
मई और जून महीने में जन्मे लोगों देवी भगवती की पूजा करनी चाहिए.
जुलाई में पैदा हुए लोगों को भगवान विष्णु के साथ गणेशजी का घ्यान करने से सभी फल प्राप्त होते हैं.
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कुंडली में अगर पंचम स्थान में ये राशि हो तो आपके इष्ट देव ये होंगे
मेष - सूर्य या विष्णु भगवान की पूजा विधि विधान से करें.
वृष:- नियमित तौर पर गणेश जी के श्लोक और आरती गाएं. वही आपके अभीष्ट होंगे.
मिथुन:- पंचम भाव में मिथुन होने पर माँ सरस्वती, तारा और माँ लक्ष्मी की पूजा अर्चना करें.
कर्क: - हनुमानजी की पूजा करने से विशेष कृपा बनी रहेगी और जीवन खुशहाल रहेगा.
सिंह: - शिवजी की पूजा से सभी अभीष्ट फलों की प्राप्ति होगी.
कन्या: - पंचम भाव में कन्या होने पर जातक को भैरव, हनुमानजी और माँ काली को अपना अभीष्ट मानना चाहिए.
तुला: - वही अगर इस स्थान पर तुला श्री हो तो भैरव और हनुमानजी जी आपका बेड़ा पार कर सकती है.
वृश्चिक: - शिवजी की पूजा करने से वह प्रसन्न होंगे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगे.
धनु: - पंचम भाव में धनु राशि होने पर हनुमानजी की पूजा करने से जीएवं के सभी कष्ट दूर होते हैं.
मकर: - माँ सरस्वती की पूजा से धन धान्य की प्राप्ति होगी.
कुंभ: - गणेशजीकी पूजा करनी चाहिए उन्ही को अभीष्ट मानकर सब विघ्न बाधाओं को जीवन से दूर करें.
मीन: - पांचवे स्थान पर मीन हो तो दुर्गा और राधा जी की कृपा प्राप्त करनी चाहिए.
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