Guru Vakri 2023: आपकी कुण्डली में संतान फाइनेंस, मैरिज, एज्युकेशन, इनकम एण्ड नेम-फेम स्टेटस सभी जूपिटर की पोजीशन पर निर्भर करता है... बृहस्पति बुद्धि, धर्म, प्रगति, शिक्षा, संतान, ज्ञान, समृद्धि आदि के कारक ग्रह हैं. कुंडली का सर्वाधिक महत्वपूर्ण ग्रह गुरु 04 सितम्बर से 31 दिसम्बर तक वक्री हो रहे हैं...
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Guru Vakri 2023: अगर कुंडली में अगर गुरु यानी बृहस्पति की स्थिति मजबूत होती है, तो जीवन में किसी भी तरह की परेशानी नहीं आती है. अगर कुंडली में गुरु की स्थिति कमजोर हो तो कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. बृहस्पति बुद्धि, धर्म, प्रगति, शिक्षा, संतान, ज्ञान, समृद्धि आदि के कारक ग्रह हैं. कुंडली का सर्वाधिक महत्वपूर्ण ग्रह गुरु 04 सितम्बर से 31 दिसम्बर तक वक्री हो रहे हैं. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, गुरु का मेष राशि में वक्री चाल से राशि परिवर्तन का प्रभाव देश दुनिया, अर्थव्यवस्था समेत सभी राशियों पर पड़ेगा. इस लेख में जानते हैं गुरु का वक्री होने पर सभी राशियों पर कैसा प्रभाव डालता है.
मेष राशि में वक्री: सोमवार 4 सिंतबर से बृहस्पति ग्रह मंगल की राशि मेष में वक्री चाल यानी उल्टी चाल से राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं. गुरु साल के आखिर तक वक्री चाल से इस राशि में रहेंगे. इसके बाद फिर वह मार्गी अवस्था में आ जाएंगे. गुरु की चाल वक्री होने के दौरान मेष जातकों की उलझनें कम होंगी. हेल्थ भी ठीक रहेगी. मां-पिता की सेहत को लेकर थोड़ा सतर्क रहना होगा. बिजनेस वाले जातकों को लाभ होगा. परिवार में सब ठीक ठाक रहेगा. बेवजह के खर्च हो सकते हैं.
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वृषभ राशि पर प्रभाव: गुरु वृषभ राशि से 12वें भाव में वक्री होने जा रहे हैं. इस दौरान वृषभ राशि वालों की जिम्मेदारियां बढ़ेंगी, जिनको अच्छे से पूरा कर पाएंगे. गुरुजनों की मदद से इस राशि के छात्रों की शिक्षा के क्षेत्र में आ रही अड़चन दूर हो जाएंगी. उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने का भी मौका मिल सकता है. भाई-बहनों के साथ धार्मिक यात्रा पर जाने की योजना बना सकते हैं. वैवाहिक जीवन में उतार चढ़ाव आएगा.
मिथुन राशि पर प्रभाव: गुरु मिथुन राशि से 11वें भाव में वक्री करने जा रहे हैं . इस दौरान विदेश जाकर पढाई करने वाले छात्रों की इच्छा पूरी होगी. आपके अपने खाने पीने का ध्यान रखना है, वरना बीमारी जकड़ सकती है. किए गए निवेश और भौतिक इच्छाओं के बारे में अच्छे सोच विचार कर लें. मिथुन राशि वालों का इस अवधि में सामाजिक दायरा बढ़ेगा.
कर्क राशि पर प्रभाव: गुरु कर्क राशि से 10वें स्थान पर वक्री करने वाले हैं. इस अवधि में बिजनेस में कुछ उतार-चढ़ाव हो सकता है. गाड़ी चलाते समय सावधानी रखें. लव लाइफ में तनाव हो सकता है. नौकरीपेशा जातकों का इस अवधि में प्रभाव बढ़ सकता है और अधिकारियों का समर्थन भी मिलेगा.
सिंह राशि पर प्रभाव: गुरु सिंह राशि से नौवें भाव में वक्री करने जा रहे हैं. छात्रों की शिक्षा के क्षेत्र में चल रही समस्याओं से छुटकारा मिलेगा. किसी कानूनी मामले में फंसे हुए हैं तो अच्छा हो सकता है. इस दौरान सिंह राशि वालों की पिता के साथ अनबन होने की आशंका है. बहुत से अटके काम पूरे हो सकते हैं.
कन्या राशि पर प्रभाव: गुरु कन्या राशि से आठवें भाव में वक्री करने जा रहे हैं. इस दौरान नौकरी करने वाले लोगों के लिए थोड़ा तनाव वाला रहेगा. अधिकारियों के साथ किसी बात पर अनबन हो सकती है. अगर आपके विवाह में कोई दिक्कत आ रही है तो वह बाधा दूर हो जाएगी. घर में किसी नए मेहमान का आगमन हो सकता है. परिवार में भाइयों का साथ मिलेगा.
तुला राशि पर प्रभाव: तुला राशि से सातवें भाव में गुरु वक्री करने जा रहे हैं. इस अवधि के दौरान लव लाइफ में तनाव पैदा हो सकता है और आप परेशान हो सकते हैं. रिश्ता टूटने की कगार पर पहुंच सकता है.गुरु वक्री होना शुभ फलदायी साबित होगा. परिवार में खुशियां बनी रहेगी . आपक आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है. छात्रों को इस अवधि में कुछ नया सीखने को मिलेगा.
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वृश्चिक राशि पर प्रभाव: वृश्चिक राशि से छठवें भाव में गुरु वक्री करने जा रहे हैं. शादीशुदा लाइफ अच्छी रहेगी. जीवनसाथी का सहयोग इस अवधि में मिलेगा. बहुत सी परेशानियां दूर होंगी. इस दौरान मां की सेहत का पूरा ध्यान रखें. ससुराल पक्ष के लोगों के साथ आपके संबंध मजबूत रहेंगे. ये अवधि ठीक ठाक रहेगी.
धनु राशि पर प्रभाव: गुरु धनु राशि से पांचवें स्थान पर वक्री करने जा रहे हैं. आप कहीं पर किसी भी तरह का कोई निवेश नहीं करें, घाटा हो सकता है. इस दौरान अगर आप निवेश करना चाहते हैं तो किसी की सलाह जरूर लें. नौकरी करने वाले जातकों के लिए समय ठीक है. घर खरीदना चाह रहे हैं तो अपने बजट का ख्याल रखें. गुरु के व्रकी होने पर आप परिवार के साथ कहीं बाहर घूमने जा सकते हैं.
मकर राशि पर प्रभाव: गुरु मकर राशि से चौथे स्थान पर वक्री करने जा रहे हैं. इस अवधि में अपने काम पर विशेष ध्यान दें, परेशानी में पड़ सकते हैं. शादीशुदा लाइफ में थोड़ी परेशानियां आ सकती है. बात करें छात्रों की तो इनके लिए गुरु का वक्री होना शुभ रहेगा. छात्र विदेश जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने जा सकते हैं, और सफलता मिलेगी.
कुंभ राशि पर प्रभाव: कुंभ राशि से गुरु तीसरे भाव में वक्री करने जा रहे हैं. कुंभ राशि वाले इस दौरान अपनी हेल्थ को लेकर सावधान रहें. अपने स्वास्थ्य के मामले में लापरवाही न बरतें. छात्रों के लिए समय मेहनत भरा रहेगा. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातक सोच विचार कर ही कोई फैसला लें. बिजनेस में कुंभ राशि को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. धर्म कर्म के कार्यों में मन लगेगा और पूजा पाठ करने से मानसिक शांति भी मिलेगी.
मीन राशि पर प्रभाव: मीन राशि से दूसरे भाव में गुरु वक्री करने जा रहे हैं. आपको फालतू के खर्चों से बचना है. पर्सनल और प्रफेशनल लाइफ में अपनी जिम्मेदारियों को समझें. परिवार में मनमुटाव हो सकता है. भाइयों के साथ मतभेद बढ़ सकते हैं, समझदारी से काम लें. इन जातकों के जो कार्य धन की कारण अटके हुए थे, वो पूरे हो जाएंगे.
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