Mahashivratri Mahadev favourite Rashi: ध्यान देने वाली बात ये है कि महादेव को 5 राशियां अति प्रिय हैं जिन पर वो अपार कृपा बरसाते हैं. आइए, उन पांच राशियों के बारे में जानते हैं और जानते हैं कि इन राशियों को क्या-क्या करना चाहिए.
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Mahashivratri Mahadev favourite Rashi: भगवान शिव अपने हर एक भक्त पर वैसे तो विशेष कृपा करते हैं. विशेषकर महाशिवरात्रि के अवसर पर तो शिवजी अपने भक्तों की हर एक मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. ये राशियां किसी न किसी रूप में भगवान शिव से संबद्ध होती हैं. वैसे ध्यान देने वाली बात ये है कि महादेव को 5 राशियां अति प्रिय हैं जिन पर वो विशेष कृपा बरसाते हैं. आइए, उन पांच राशियों के बारे में जानते हैं और जानते हैं कि इन राशियों को क्या-क्या करना चाहिए.
महाशिवरात्रि 8 मार्च, शुक्रवार के दिन पड़ रहा है. इस दिन भक्त व्रत का संकल्प करने वाले हैं. इस पर्व पर शिव जी कृपा उनके इन प्रिय राशियों पर बरसेगी.
मिथुन राशि
भगवान शिव के अर्धनारीश्वर रूप के साथ मिथुन राशि को जोड़ा जाता रहा है. शिव जी के अर्धनारीश्वर रूप का अर्थ यह हुआ कि वो इसमें आधा पुरुष और आधी स्त्री रूप को धारण करते हैं जिसमें शिव और शक्ति दोनों समाए हुए होते हैं. मिथुन राशि के प्रतीक में भी दो स्त्री-पुरुष युग्म दिखते हैं. इस राशि के जातकों को महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की सच्चे मन से आराधना करनी चाहिए.
कर्क राशि
कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा हैं जिसका अर्थ है शिवजी इस राशि पर विशेष कृपा बरसाते हैं. चंद्रमा भगवान शिव के शीश पर होते हैं. चंद्रमा शीतला और सौंदर्य के लिए पहचाने जाते हैं. शिवजी का क्रोध प्रलय को निमंत्रण देता है, ऐसे में भगवान शिव को चंद्रमा शीतलता देता है और भगवान को शांति मिलती है. कर्क राशि के जातक महाशिवरात्रि के मौके पर शिवजी का जल से अभिषेक करे तो लाभ होगा.
वृषभ राशि
भगवान शिव के वाहन नंदी से वृषभ राशि संबंधित है. नंदी भगवान शिव के वाहन तो हैं ही इसके अलावा वे द्वारपाल व दूत भी है. शिवजी के मंदिर में नंदी की भी पूजा की जाती है. माना जाता है कि अपनी मनोकामनाएं अगर नंदी के कान में बताएं तो नंदी देव मनोकामनाएं भगवान शिव को तुरंत पहुंचा देते हैं. शिवजी अपने द्वारपाल व सेवक नंदी की बात जरूर पूरी करते हैं. नंदी देव से जुड़ी राशि वृषभ पर भी भगवान शिव अपनी कृपा बरसाते हैं.
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातक भगवान शिव को अति प्रिय हैं. भगवान के कुंभ रूपी जटा में देवी गंगा का वास होता है. शिव जी के इस कुंभ में देवी गंगा होती है जिससे महादेव का मस्तिष्क शीतल रहता है. जब गंगा माता को धरती उतारा जा रहा था तब अपनी जटाओं को शिवजी ने कुंभ रूप दिया और उनके तेज प्रवाह को कुंभ में धारण कर लिया.
धनु राशि
धनु राशि भगवान शिव को अति प्रिय है. शिव जी के पास पिनाक धनुष है जिसका सीधा सीधा धनु राशि से संबंध है. शिव जी के इस धनुष का प्रयोग तब किया जाता है जब शिव जी को प्रलय लाना होता है. धनु राशि के जातकों को महाशिवरात्रि के दिन शिव जी की पूरे मन से आराधना करनी चाहिए.
डिस्क्लेमर: यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.