Shadi Vivah Muhurat 2023: नवंबर-दिसंबर में विवाह के कितने लग्न मुहूर्त, 38 लाख शादियों के लिए बाजार तैयार
Shadi Vivah Muhurat 2023: देवउठनी एकादशी से मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे और फिर से विवाह की शहनाइयां बजने लगेगी. नवंबर-दिसंबर 2023 में शादी के मुहूर्त के लिए केवल इतने ही मुहूर्त हैं. पढ़ें खबर.
Shadi Vivah Muhurat 2023: देव उठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) पर चार माह से सोए देव जाग जाएंगे. 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी है और इस दिन से ही शहनाई गूंजने लग जाएंगी और मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे. देवोत्थान के दिन अबूझ मुहूर्त होते हैं जिसके कारण इस दिन शादियों की धूम रहेगी. इस साल विवाह के लिए केवल 15 शुभ मुहूर्त रहेंगे. ऐसे में देवउठनी एकादशी से शादियां प्रारंभ हो जाएगी. यहां जानते हैं कि देवउठनी एकादशी के बाद शादी के शुभ मुहूर्त कब और कितने रहेंगे.
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देवोत्थान पर अबूझ सावा यानी मुहूर्त
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक 23 से 30 नवंबर तक यानी 8 दिन में विवाह के छह शुभ मुहूर्त है. इनमें 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी को स्वयं सिद्ध अबूझ सावा रहेगा. इस अबूझ मुहूर्त में भी बड़ी संख्या में लग्न होते हैं, विशेषकर ग्रामीण इलाकों में शादी-ब्याह के आयोजन ज्यादा होते हैं.
यहां देखें तारीखों की लिस्ट
हिंदू पंचाग के मुताबिक इस साल 23 नवंबर से 15 दिसंबर तक केवल 15 मुहूर्त निकले हैं. नवंबर-दिसंबर में 13 दिन के शादियों के मुहूर्त में कई जोड़े शादी के बंधन में बंध जाएंगे. नवंबर में 6 और साल के अंतिम महीने दिसंबर में 7 शुभ मुहूर्त रहेंगे.
नवंबर-दिसंबर में 13 दिन शादी
पंचांग के अनुसार नवंबर में 6 और दिसंबर में 7 विवाह मुहूर्त हैं.
नवंबर में 6 शुभ मूहुर्त
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को रात्रि 11.03 बजे शुरू हो जाएगी और 23 नवंबर की रात 9 बजकर 1 मिनट पर खत्म हो जाएगी. यह विवाह का सबसे शुभ मुहुर्त है. नवंबर में विवाह के 6 शुभ मुहूर्त है जिसमें 23, 24, 25, 27, 28 और 29 नवंबर है.
दिसंबर में 7 शादी के मुहूर्त
5,6,7,8,9,11 और 15 दिसंबर को शादी के शुभ मुहूर्त है. 16 दिसंबर से खरमास लगने के साथ ही मांगलिक कार्य बंद हो जाएंगे.
योग निद्रा में गए थे श्रीहरि विष्णु, इसलिए थमे मांगलिक कार्यक्रम
29 जून 2023 को चातुर्मास शुरू हो गए थे. इस दिन श्रीहरि विष्णु योग निद्रा में चले गए थे. भगवान विष्णु के निद्रा में जाने पर कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है. इस साल सावन माह अधिक मास के कारण चातुर्मास चार की जगह पांच माह का रहा. चातुर्मास लगने के कारण शहनाइयों की गूंज थम गई थी. 16 दिसंबर 2023 से 14 जनवरी 2024 तक धनु राशि के सूर्य खरमास में शादियां नहीं होंगी.
23 नवंबर को पांच माह के चातुर्मास की अवधि पूरी हो रही है. इसी दिन श्री हरि फिर योग निद्रा से बाहर आएंगे. 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी से शुभकार्य प्रारंभ हो जाते हैं. इसी दिन से शहनाइयां गूंजने लगेंगी. नवंबर के शुरूआती 22 दिन तक विवाह का एक भी मुहूर्त नहीं है.
इस सीजन में होंगी 38 लाख शादियां
23 नवंबर से शुरू हो रहे शादी के सीजन में देश भर में करीब 38 लाख शादियां होंगी. इन शादियों से देश के मेनलाइन रिटेल व्यापार में वस्तुओं और सेवाओं को मिलाकर लगभग 4.74 लाख करोड़ रुपये का बिजनेस होने की संभावना है. पिछले साल इसी अवधि में लगभग 32 लाख शादियां हुईं थीं.
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