सीईटी की परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों का स्कोरकार्ड 3 साल के लिए वैलिड होगा. यानि सीईटी की परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी आरआरबी, आईबीपीएस और एसएससी की परीक्षा में 3 साल तक सीधे दूसरे एग्जाम में शामिल हो सकेंगे.
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नई दिल्ली: 2021 में एजुकेशन फील्ड में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है. अब RRB (Railway Recruitment Board), IBPS (Institute of Banking Personnel Selection)और SSC (Staff Selection Commission )की तैयारी करने वाले कैंडिडेट्स को प्रीलिम्स एग्जाम के लिए सिर्फ एक CET (Common Entrance Test) ही देना होगा. इस एग्जाम का संचालन National Recruitment Agency करेगी. इससे करीब ढाई करोड़ उम्मीदवारों को एक से ज्यादा एग्जाम में नहीं बैठना पड़ेगा.
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ऐसे समझें क्या होगा बदलाव?
दरअसल, IBPS की तैयारी कर रहे अभ्यर्थयों को प्रीलिम्स की परीक्षा देनी होती है, जबकि RRB और SSC ग्रुप-बी और ग्रुप-सी के एग्जाम की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को टियर-1 की परीक्षा देनी होती है. लेकिन 2021 से वे केवल CET की परीक्षा पास करके सीधे टियर-2 की परीक्षा में शामिल हो सकेंगे.
3 साल के लिए वैलिड होगा इसका स्कोरकार्ड
सीईटी की परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों का स्कोरकार्ड 3 साल के लिए वैलिड होगा. यानि सीईटी की परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी आरआरबी, आईबीपीएस और एसएससी की परीक्षा में 3 साल तक सीधे दूसरे एग्जाम में शामिल हो सकेंगे.
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12 भाषाओं में होगी सीईटी
कार्मिक सचिव सी. चन्द्रमौली ने बताया कि यह एजेंसी 12 भाषाओं में परीक्षा का आयोजन करेगी. जिसका स्कोरकार्ड तीन वर्ष तक मान्य होगा. इस बीच उम्मीदवार अपने स्कोर में सुधार के लिए आगामी परीक्षा में भी बैठ सकेंगे. परीक्षा में सवाल एक संयुक्त प्रश्न बैंक से लिए जाएंगे.
एक वर्ष में दो बार आयोजित होगी परीक्षा
सीईटी की परीक्षा एक वर्ष में दो बार आयोजित की जाएगी. जिसमें उपस्थित होने के लिए अभ्यर्थी विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे. वहीं, परीक्षा अभ्यर्थी के मूल जिले में आयोजित की जाएगी.
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गरीब छात्रों को होगा फायदा
भर्ती एजेंसियों की जगह NRA के आने से होंगे गरीब छात्रों को फायदा मिलेगा. क्योंकि इन छात्रों को कई परीक्षाएं देने के लिए दूसरे शहरों में नहीं जाना होगा. ऐसे में इन छात्रों का खर्च भी बचेगा. साथ ही उन्हें नई भर्तियों के लिए प्रीलिम्स में शामिल होने के लिए बार-बार फॉर्म भी नहीं भरना पड़ेगा. आपको बता दें कि 19 अगस्त, 2020 को मोदी सरकार की तरफ से सीईटी लागू करने का फैसला लिया गया था.
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