घुटने का दर्द या फिर (knee pain) से आजकल हर कोई परेशान है, जो किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है. विशेषज्ञों की मानें तो यह परेशानी ज्यादातर बुढ़ापे के वक्त होता है, लेकिन आज के समय के युवाओं में यह बीमारी बेहद नार्मल हो गई है. क्या आपने कभी यह बात जानने की कोशिश कि आखिर यह बुढ़ापे वाली बीमारी कम उम्र के लोगों में किन कारणों से हो रहा है.
छोटे उम्र के लोगों में यह बीमारी अलग-अलग कारणों से हो रही है. इसका मतलब है कि उन्हें इस दर्द की ओर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है. ताकि आगे चलकर यह छोटी समस्या बड़ी बीमारी न बन जाए.
एक्सपर्ट की मानें तो जब घुटने के मसल्स,लिगामेंट और टेंडन से अधिक काम कराया जाता है, तो घुटने में दर्द, जकड़न और अन्य लक्षण विकसित होने लगते हैं
टेंडोनाइटिस और बर्साइटिस कुछ ऐसी स्थितियां है, जो आमतैर पर घुटने का अधिक इस्तेमाल करने से जुड़ी होती है या तो यह समस्या उन लोगों में देखी जाती है, जो लंबे समय से एक्टिव नहीं थे और अचानक से एक्टिव हो जाते हैं.
जैसा की आप सभी जानते हैं. आज के समय हर लोग के शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जिम करते हैं. इस दौरान लोग रनिंग करते समय आने वाला खिंचाव एक मुख्य वजह है. रनिंग करते समय एड़ी को पीछे हिप्स की ओर लेकर जाते हैं. इससे घुटने पर अधिक खिंचाव आता है.
डॉक्टर की मानें तो गठिया रोग काफी कम उम्र में भी घुटनों या जोड़ो में दर्द का कारण बन जाता है. अगर आप एथलीट या अधिक वजन वाले हैं, तो इसकी ज्यादा संभावना हो जाती है.
कम उम्र में घुटने का दर्द खराब लाइफस्टाइल के कारण भी हो सकता है. ऐसा तब होता है जब कुछ मांसपेशियां अन्य मांसपेशियों की अपेक्षा ज्यादा काम करती हैं.
क्या लक्षण हो सकते हैं सूजन और जकड़न, घुटने का लाल होना, घुटने का गर्म होना, घुटने में कमजोरी महसूस होना, चलने में घुटने से बैलेंस न बनना, घुटने मोड़ने पर दर्द होना.
घुटने में अगर दर्द होता है, तो सबसे अच्छा तरीका है कि घुटने से कम काम कराया जाए. घुटने में दर्द होने पर इंटेस एक्टिविटी से बचना चाहिए. घुटने में दर्द होने पर बर्फ लगाना सबसे अच्छा तरीका होता है.
यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE UP/UK इसकी पुष्टि नहीं करता है.