यूपी का ये गांव कागजों में हुआ ओडीएफ, लेकिन गांव में एक भी शौचालय नहीं
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यूपी का ये गांव कागजों में हुआ ओडीएफ, लेकिन गांव में एक भी शौचालय नहीं

महिलाओं का आरोप है सरकार की योजना शुरु होने के बाद से ही वो शौचालय की मांग कर रही हैं. लेकिन, ग्राम प्रधान सुनने को तैयार नहीं है. 

ग्राम प्रधान पर लोगों ने मारपीट की धमकी देने का आरोप भी लगाया है.

नई दिल्ली/देवरिया: पीएम मोदी का स्वच्छ भारत अभियान और घर-घर शौचालय बनाने की मुहिम उत्तर प्रदेश के देवरिया में दम तोड़ती नजर आ रही है. सदर कोतवाली क्षेत्र का चक शामपुर गांव इसका सबूत भी दे रहा है. हैरानी इस बात की है कि सरकारी रिकॉर्ड में चक शामपुर गांव को ओडीएफ यानी खुले में शौच मुक्त घोषित किया जा चुका है. लेकिन, लोगों का दावा है कि असल में इस गांव में अब-तक एक भी शौचालय नहीं बन पाया है. वहीं मामला आने के बाद अब अधिकारी जांच की बात कर रहे हैं. 

  1. चक शामपुर गांव में एक भी शौचालय नहीं बना
  2. ग्राम प्रधान पर महिलाओं ने लगाए गंभीर आरोप 
  3. सरकारी रिकॉर्ड में ओडीएफ है चक शामपुर गांव 

ग्राम प्रधान सुनने को तैयार नहीं 
महिलाओं का आरोप है सरकार की योजना शुरु होने के बाद से ही वो शौचालय की मांग कर रही हैं. लेकिन, ग्राम प्रधान सुनने को तैयार नहीं है. ग्राम प्रधान पर लोगों ने मारपीट की धमकी देने का आरोप भी लगाया है. ओडीएफ गांव की सच्चाई सामने आने के बाद जिम्मेदार अधिकारी अब कई बहाने बना रहे हैं. लेकिन, गांव में एक भी शौचालय क्यों नहीं बना इसका जवाब किसी के पास नहीं है.

बरसात में होती है खासी दिक्कत
गांव में चारों तरफ गंदगी का अंबार है. बरसात के दिन में तबाही मच जाती है. लोगों का कहना है कि इस गांव में कोई भी सरकारी योजना काम नहीं करती है. गांव के चारों तरफ पानी लग जाता है.  

कागजों में ओडीएफ हुआ गांव 
हैरान करने वाली बात ये है कि कागजों में इस गांव को खुले में शौच मुक्त कर दिया गया है. जब इस बात की जानकारी अधिकारियों से ली, तो उन्होंने कहा कि गलती से लिस्ट में गांव का नाम शामिल हो गया है. मुख्य विकास अधिकारी राजेश त्यागी अब बीडीओ को भेज जांच की बात कर रहे हैं.  

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