AMU में कोरोना दहशत की वजह हो सकता है नया स्ट्रेन? कुलपति ने ICMR को पत्र लिखकर मांगी मदद
आईसीएमआर के Infectious Disease Department के साइंटिस्ट ने मीडिया को जानकारी दी है कि जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल मिल गए हैं. लैब में जांच शुरू कर दी गई है.
अलीगढ़: Aligarh Muslim University (AMU) कैंपस में कोरोना संक्रमण इतनी बुरी तरह फैला हुआ है कि कई शिक्षक अपनी जान गंवा चुके हैं. क्र प्रोफेसर्स की मौत की खबर से AMU प्रबंधन और स्टूडेंट्स दहशत में हैं. आशंका जताई जा रही है कि कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन से यूनिवर्सिटी में संक्रमण इतना बढ़ गया है. इसलिए एएमयू के कुलपति तारिक मंसूर ने Indian Council of Medical Research (ICMR) को पत्र लिख जांच करने की अपील की है.
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22 दिन में 41 स्टाफ मेंबर्स की मौत
बता दें, पिछले 22 दिनों में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कैंपस में 16 से ज्यादा प्रोफेसर्स की मौत हो चुकी है. वहीं, 25 नॉन-टेक्निकल स्टाफ ने अपनी जान गंवाई है. बताया जा रहा है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जेएन मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टर और कुछ सीनियर डॉक्टर परिवार समेत कोविड संक्रमित हो गए हैं.
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सैंपल भेजे गए CSIR
जानकारी के मुताबिक, एएमयू वीसी ने आईसीएमआर को चिट्ठी लिखकर बताया है कि इतनी बड़ी संख्या में मौतों के बाद अब संदेह बढ़ रहा है कि यह कोरोना के नए स्ट्रेन का प्रकोप है. अलीगढ़ के सिविल लाइंस में शायद कोई अलग ही वेरिएंट संक्रमण फैला रहा है. पत्र में लिखा गया है कि जेएन मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायॉलजी डिपार्टमेंट ने कोरोना टेस्टिंग के लिए सैंपल भेजे हैं. ICMR Guidelines के अमुसार ही वायरस की Genome Sequencing के लिए ये सैंपल CSIR को भेजे गए हैं. AMU VC ने ICMR के डारेक्टर जनरल से अनुरोध किया है कि इसकी जल्द से जल्द जांच कराई जाए.
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देश में कई जगह मिला है नया वेरिएंट
वहीं, आईसीएमआर के Infectious Disease Department के साइंटिस्ट ने मीडिया को जानकारी दी है कि जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल मिल गए हैं. लैब में जांच शुरू कर दी गई है. वहीं, ICMR से यह जानकारी भी मिली है कि वायरस के नए वेरियंट देश के कई हिस्सों में पाए गए हैं. क्योंकि इस वायरस का म्यूटेंट तैयार होता जाता है. महाराष्ट्र से लेकर वेस्ट बंगाल तक यह वेरियंट पाया गया है. इसलिए माना जा रहा है कि अलीगढ़ में भी यह वेरियंट हो सकता.
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सभी म्यूटेंट के फैलने का तरीका एक ही
बताया जा रहा है कि वायरस का नया म्यूटेंट तेजी से फैलता है. ऐसे में यह पुराने म्यूटेंट की जगह ले लेता है. सभी म्यूटेंट के फैलने का तरीका समान है. और इनसे बचाव का उपाय भी एक ही है. मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग. इसके अलावा, जितनी जल्दी हो सके वैक्सीन लगवा लें.
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