नई दिल्ली: यूपी के गाजियाबाद से एक मुस्लिम बुजुर्ग की पिटाई का वीडियो वायरल हो रहा था, जिसके लिए कहा जा रहा था कि 'जय श्री राम' के नारे न लगाने पर उसके साथ अभद्रता की गई. लेकिन गाजियाबाद पुलिस जांच-पड़ताल कर इसका सच सामने ले आई और इस बात की पुष्टि की कि यह वीडियो झूठे तरीके से वायरल किया जा रहा है. इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. 


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'जय श्री राम' न कहने पर मुस्लिम बुजुर्ग को पीटने और दाढ़ी काटने की बात झूठी, ट्विटर समेत 9 पर FIR दर्ज


राहुल गांधी ने किया था यह ट्वीट
सच सामने आने से पहले ही कई लोगों ने इस मामले पर जोर दिया और सोशल मीडिया पर झूठ फैलाते हुए विवाद भड़काने की कोशिश की. इनमें से एक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी थे. राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा था, "मैं ये मानने को तैयार नहीं हूँ कि श्रीराम के सच्चे भक्त ऐसा कर सकते हैं. ऐसी क्रूरता मानवता से कोसों दूर है और समाज व धर्म दोनों के लिए शर्मनाक है."



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उत्तर प्रदेश को बदनाम न करें- CM योगी
लेकिन, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राहुल गांधी पर निशाना साधते एक ट्वीट किया. ट्वीट में उन्होंने राहुल के इसी ट्वीट की फोटो लगाई और लिखा, "प्रभु श्री राम की पहली सीख है- "सत्य बोलना", जो आपने (राहुल गांधी ने) कभी जीवन में किया नहीं. शर्म आनी चाहिए कि पुलिस द्वारा सच्चाई बताने के बाद भी आप समाज में जहर फैलाने में लगे हैं. सत्ता के लालच में मानवता को शर्मसार कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश की जनता को अपमानित करना, उन्हें बदनाम करना छोड़ दें." 



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पीड़ित ने नारे और दाढ़ी काटने का नहीं किया जिक्र
गौरतलब है कि गाजियाबाद पुलिस ने जानकारी दी थी कि इस पूरी वारदात के पीछे की वजह तांत्रिक साधना है. दरअसल, वीडियो में जिस बुजुर्ग को देखा गया, उसने आरोपी को कुछ ताबीज दिए थे. लेकिन उसका खासा परिणाम न दिखने पर आरोपी ने बुजुर्ग के साथ अभद्रता की और लोगों ने इसका वीडियो बनाया. पुलिस ने यह भी बताया कि पीड़ित ने तहरीर में कहीं भी यह बात नहीं लिखवाई कि विवाद जय श्री राम के नारे की वजह से हुआ या उसकी दाढ़ी काटी गई.


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