काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में भक्तों की एंट्री पर रोक, जानिए क्यों हुआ ऐसा
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काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में भक्तों की एंट्री पर रोक, जानिए क्यों हुआ ऐसा

मंदिर प्रशासन ने बताया कि जो भी भक्त महादेव के लिए दूध और जल लेकर आएंगे, उन्हें उसे बाहर लगे पाइप के सहारे ही ज्योतिर्लिंग पर अर्पित करना होगा.

काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में भक्तों की एंट्री पर रोक, जानिए क्यों हुआ ऐसा

वाराणसीः देशभर में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर तेजी से अपने पैर पसार रही है. 9 मार्च को जहां उत्तर प्रदेश में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या करीब 1,700 थी, वहीं 9 अप्रैल को एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 48,306 हो गई. इसी बीच फैसला लिया गया है कि काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में जाने वाले श्रद्धालुओं के प्रवेश पर भी आगामी आदेश तक रोक रहेगी. यहां शयन और मंगला आरती में भी प्रवेश नहीं मिलेगा, शिवभक्त सिर्फ झांकी के दर्शन ही कर सकेंगे.

अब इस तरह करना होगा दर्शन
उत्तर प्रदेश में बढ़ते कोरोना वायरस के मरीजों को देखते हुए कई बड़े शहरों में प्रशासन द्वारा नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसी के चलते मंदिर की शयन आरती में श्रद्धालू नहीं आ सकेंगे तो वहीं मंगला आरती के लिए टिकटों की बुकिंग को भी अगले आदेश तक के लिए रोक दिया गया है. मंदिर प्रशासन ने बताया कि जो भी भक्त महादेव के लिए दूध और जल लेकर आएंगे, उन्हें उसे बाहर लगे पाइप के सहारे ही ज्योतिर्लिंग पर अर्पित करना होगा.

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पिछले साल भी बंद कर दिए गए थे द्वार
कोरोना वायरस महामारी के कारण इस बार पहली बार ही काशी विश्वनाथ मंदिर के द्वार बंद नहीं हुए. पिछली बार कोरोना वायरस की पहली लहर के बाद भी मंदिर के द्वार बंद कर दिए गए थे. तब स्थिति सामान्य होने के बाद मंदिर के पट खोल कर श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी गई थी.

गाइडलाइन का करना होगा पालन
कोरोना के चलते इस बार भी पिछले साल जारी की गई गाइडलाइंस को ही मानने के निर्देश दिए गए हैं. मंदिर परिसर में बगैर मास्क के किसी को भी एंट्री नहीं मिलेगी. श्रद्धालुओं को सैनिटाइजेशन और डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखना होगा. मंदिर प्रशासन द्वारा भी श्रद्धालुओं के सैनिटाइजेशन की व्यवस्था परिसर में कर दी गई है.  

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प्रदेश में डरा रही कोरोना मरीजों की संख्या
देश के बाकी इलाकों की तरह ही उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ हफ्तों से कोरोना वायरस के मरीजों में वृद्धि दर्ज की गई. शुक्रवार को प्रदेश में 9,695 कोरोना मरीजों की पुष्टि हई, तो 37 लोगों ने कोरोना से अपनी जान गंवा दी. राजधानी लखनऊ में इस वक्त प्रदेश के सबसे ज्यादा कोरोना मरीज हैं, यहां शुक्रवार को 2,934, प्रयागराज में 1,016, कानपुर में 522 तो वाराणसी में 845 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई. राज्य में इस वक्त करीब 50 हजार एक्टिव केस होने वाले हैं. वहीं प्रशासन ने निर्णय लेते हुए बलिया में भी नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है.

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