बीकेयू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि यह लड़ाई तीन काले कानूनों से शुरू हुई, 28 जनवरी को आंदोलन का कत्ल होता. हजारों की फोर्स थी, हम कम लोग थे, लेकिन डटे रहे. जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक हम दिल्ली की सीमाओं से हटेंगे नहीं.
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मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर के गवर्नमेंट इंटरमीडिएट कॉलेज ग्राउंड में आयोजित संयुक्त किसान मोर्चे की महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने 'अल्लाहु अकबर' और 'हर-हर महादेव' के नारे लगवाए. उन्होंने कहा, ''अल्लाहु अकबर और हर-हर महादेव के नारे पहले भी लगते थे और आगे भी लगेंगे. भाजपा के लोग बांटने का काम करते हैं, दंगे करवाते हैं. लेकिन हमें इन्हें रोकना है. हमें तोड़ना नहीं, बल्कि जोड़ने का काम करना है.'' उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जमीन को दंगा करवाने वालों को नहीं देंगे.
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बीकेयू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि यह लड़ाई तीन काले कानूनों से शुरू हुई, 28 जनवरी को आंदोलन का कत्ल होता. हजारों की फोर्स थी, हम कम लोग थे, लेकिन डटे रहे. जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक हम दिल्ली की सीमाओं से हटेंगे नहीं. हम किसी भी कीमत पर वहां से नहीं जाएंगे. हमें फसलों पर एमएसपी की गारंटी चाहिए और जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएंगी, तब तक पूरे देश में संयुक्त किसान मोर्चा आंदोलन करेगा.
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उन्होंने कहा कि हम किसी भी कीमत पर आंदोलन खत्म नहीं करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ''उन्होंने कहा था 2022 तक फसलों के दाम दोगुने होंगे, 3 महीने बचे हैं हम इसका प्रचार करेंगे. राकेश टिकैत ने मंच से कहा कि 9 महीने से आंदोलन हो रहा है लेकिन सरकार ने बात करना बंद कर दिया है. सैंकड़ों किसानों के लिए एक मिनट का मौन नहीं किया.'' राकेश टिकैत ने मंच ये भी आह्वान किया कि देश में बड़ी मीटिंग करनी होगी. सिर्फ मिशन UP नहीं देश बचाना होगा. बेरोजगारी चरम पर है. देश की संपत्ति बेची जा रही है, उसकी अनुमति किसने दी.
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महापंचायत में शामिल होने के लिए हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड और बिहार से किसान मुजफ्फरनगर पहुंचे. वहीं, पड़ोसी जिलों के करीब 9 खाप पंचायतों के चौधरियों ने इस महापंचायत का बहिष्कार किया. इन खाप पंचायतों के चौधरियों का कहना है कि ना हम लोग गए हैं और ना ही हमने अपने किसी प्रतिनिधि को वहां भेजा है. क्षेत्र से जो भी 10, 5 परसेंट लोग गए हैं, वे अपनी इच्छा से गए हैं. गठवाला खाप के चौधरियों ने कहा कि सिसौली में विधायक उमेश मलिक के ऊपर हमला हुआ था. उस मामले को खत्म कराने की बात कही थी. लेकिन, किसान यूनियन ने इस मामले में कुछ नहीं किया. इसलिए हमने महापंचायत का बहिष्कार किया है. हमें समाज को एक साथ रखना चाहिए.
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