नई दिल्ली: Indian Railways का सफर शायद सभी साधनों में सबसे मजेदार होता है. किसी वेकेशन पर जाना हो या जरूरी काम से, हर कोई ज्यादातर ट्रेन से ही जाना चाहता है. अपने सफर (Date of Journey) के 2-3 महीने पहले से ही लोग कंफर्मड सीट के लिए टिकट बुकिंग करा लेते हैं. पहले तो रेलवे स्टेशन जाकर, लंबी कतार में खड़े होकर टिकट खरीदी जाता था, लेकिन जबसे इंटरनेट आया है, तबसे लोग घर बैठे ही सफर की बुकिंग कर लेते हैं. 


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टिकट बुक करने के बाद अपनी सीट का स्टेटस आराम से देखा जा सकता है. इसके लिए जरूरत होती है 10 डिजिट के PNR Number की, जो आपकी टिकट पर ही लिखा होता है. इससे आप देख सकते हैं कि आपकी सीट कंफर्म है, RAC पर है या वेटिंग में चल रही है. इस पीएनआर नंबर का इस्तेमाल तो सभी करते हैं, लेकिन बहुत कम ही लोग जानते होंगे कि इसका असल नाम क्या है और ये नंबर्स कैसे जनरेट होते हैं. 


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क्या होता है PNR का फुल फॉर्म
PNR नंबर ही आपकी बुकिंग कंफर्म होने का प्रूफ होता है, जिसे हम Passenger Name Record कहते हैं. 10 डिजिट का यह पीएनआर ऐसे रैंडमली जनरेट नहीं हो जाता, बल्कि इसके पीछे पूरा सिस्टम होता है. PNR एक यूनिक नंबर है, जिसमें पैसेंजर यानी यात्री की डिटेल्स छिपी होती हैं. 


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कहां होता है PNR Number?
आपकी टिकट के ऊपर बाईं  ओर (Top Left Corner पर) पीएनआर नंबर लिखा होता है. इसके अलावा अगर आप मोबाइल के IRCTC (Indian Railway Catering and Tourism Corporation) ऐप से बुकिंग कराते हैं, तो उसपर जनरेटेड टिकट में ऊपर की तरफ दाईं ओर (Top Right Corner पर) यह नंबर लिखा होता है. 




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PNR नंबर से आपको यह चीजें पता चलती हैं-
1. ट्रेन का नाम
2. ट्रेन का नंबर
3. कोच, सीट नंबर और कोटा
4. सफर करने की तारीख
5. बुकिंग का स्टेटस (Waiting, RAC, Confirmed)
6. मौजूदा स्टेटस (Waiting, RAC, Confirmed)
7. टिकट फेयर
8. किस क्लास में ट्रेवल कर रहे हैं (1 AC, 2 AC, 3AC CC, SL, etc.)
9. चार्ट तैयार होने का स्टेटस
10. बोर्डिंग स्टेशन का नाम 
11. गंतव्य (Destination)


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जानें क्या है PNR No. की डिजिट का मतलब:
PNR की शुरुआती 3 डिजिट बताती हैं कि किस PRS (Passenger Reservation System) से टिकट बुक हुई है. इसमें भी पहली डिजिट उस रेलवे जोन की होती है, जहां से ट्रेन शुरू हुई है. 


मान लीजिए आपने NR जोन से टिकट बुकिंग की है, तो आपके PNR की शुरुआती डिजिट 2 या 3 होगी. यह नई दिल्ली  PRS में आता है.


 PNR की शुरुआती डिजिट      रेलवे जोन    PRS 
            1     SCR      सिकंदराबाद  PRS
           2,3  NR, NCR, NWR   नई दिल्ली PRS
           4,5   SR, SWR, SER   चेन्नई PRS
           6,7 NFR, ECR, ER, ECoR, SER, SECR    कलकत्ता PRS
           8,9 CR, WCR, WR    मुंबई PRS


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इसके बाद अगली 7 डिजिट में यात्री की जानकारी होती है, जैसे ट्रेन नंबर, सफर की तारीख, डिस्टेंस और यात्रा करने वाले लोगों की संख्या. 


रेलवे के डेटाबेस में स्टोर की जाती है जानकारी
सीट की बुकिंग के बाद रेलवे के सेंट्रल डेटाबेस (Center of Railway Information System,CRIS) में यात्री की जानकारी स्टोर कर दी जाती है. जब आप इंटरनेट पर सर्च करते हैं, तो यहीं से सारी जानकारी आपको मिल जाएगी.


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पीएनआर नंबर कैसे चेक करें?
आप रेलवे की वेबसाइट www.indianrail.gov.in की मदद से पीएनआर नंबरडाल कर सीट का स्टेटस चेक कर सकते हैं. इसके अलावा, स्टेशन पर भी Enquiry Counters होते हैं, जहां जाकर आप PNR Number दिखाएंगे, तो आपको जानकारी मिल जाएगी. 


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