Magh Purnima 2023 Date: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, 27 नक्षत्रों में एक 'मघा' से माघ पूर्णिमा की उत्पत्ति हुई है. इस दिन संगम या फिर गंगा स्नान के बाद दान-पुण्य करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है.
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Magh Purnima 2023 Date: हिंदू धर्म में माघ पूर्णिमा (Maghi Purnima 2023 Kab Hai) का खास महत्व है. इसे अन्य सभी पूर्णिमा की तिथियों में विशेष स्थान प्राप्त है. शास्त्रों में इस दिन स्नान, दान और व्रत रखने का खास महत्व बताया गया है. मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदी में आस्था की डुबकी लगाने के बाद दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. ऐसे में आइये जानते हैं माघ पूर्णिमा की तारीख, शुभ मुहूर्त और दान का महत्व
माघ पूर्णिमा 2023 कब है?
इस बार माघ पूर्णिमा का स्नान और दान 5 फरवरी 2023, दिन रविवार को है.
माघ पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ: फरवरी 04, 2023 को रात 09:29 बजे
माघ पूर्णिमा तिथि समाप्त: फरवरी 05, 2023 को रात 11:58 बजे
माघ पूर्णिमा 2023 सूर्योदय: प्रात: 07:07 बजे
माघ पूर्णिमा 2023 सूर्यास्त: शाम 06:03 बजे
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माघ पूर्णिमा 2022 शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: 5 फरवरी को सुबह 05:23 बजे से 06:15 बजे तक
प्रातः सन्ध्या: 5 फरवरी को सुबह 05:49 बजे से 07:07 बजे तक
अभिजित मुहूर्त: 5 फरवरी को दोपहर 12:13 बजे से 12:57 बजे तक
विजय मुहूर्त: 5 फरवरी को दोपहर 02:25 बजे से 03:08 बजे तक
गोधूलि मुहूर्त: 5 फरवरी को शाम 06:01 बजे से 06:27 बजे तक
रवि पुष्य योग: 5 फरवरी को सुबह 07:07 बजे से दोपहर 12:13 बजे तक
सर्वार्थ सिद्धि योग: 5 फरवरी को सुबह 07:07 बजे से दोपहर 12:13 बजे तक
गंगा स्नान का महत्व
ज्योतिष रमेश जी शास्त्री के मुताबिक, माघ के महीने में देवता पृथ्वी पर निवास करते हैं. माघ पूर्णिमा पर गंगा में डुबकी लगाने से व्यक्ति पाप मुक्त होकर स्वर्ग लोक की प्राप्ति होती है. माघ पूर्णिमा पर खुद भगवान विष्णु गंगाजल में वास करते हैं इसलिए इस दिन गंगा स्नान का खास महत्व है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन गंगाजल के स्पर्श मात्र से शरीर के सारे रोग दूर हो जाते हैं. सारे पापों का नाश हो जाता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है.
माघ पूर्णिमा के दिन इन चीजों का करें दान
पद्म पुराण के अनुसार, माघ पूर्णिमा वाले दिन गंगा-यमुना जैसी पवित्र नदियों में स्नान के बाद ध्यान और दान से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं. इस दिन दान करने का बड़ा महत्व है. इस दिन गोदान, तिल, गुड़ और कंबल दान करना अच्छा माना गया है. इसके अलावा वस्त्र, गुड़, घी, कपास, लड्डू, फल, अन्न आदि चीजों का दान भी किया जा सकता है.
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