Odd Even rule in Delhi: दिल्ली में ऑड ईवन लागू, भारी प्रदूषण के बीच स्कूल भी बंद किए गए हैं. सम-विषम लागू होने से नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम जैसे शहरों से दिल्ली कार से आने वाले लोगों की भी परेशानी बढ़ेगी.
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Odd Even rules in Delhi: दिल्ली में ऑड ईवन लागू, भारी प्रदूषण के बीच स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से इमरजेंसी जैसे हालात के बीच ऑड ईवन लागू करने का बड़ा फैसला किया है. परिवहन मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण को लेकर कई घंटों तक चली बैठक के बाद इसकी घोषणा की. ऑड ईवन दीपावली के बाद 13 नवंबर से लागू होगा. इससे नोएडा, गाजियाबाद या यूपी के अन्य इलाकों से आने वाली गाड़ियों पर भी सम विषम का ये नियम लागू होगा.
नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद जैसे जिलों से रोजाना हजारों की तादाद में लोग कारों और अन्य वाहनों से दिल्ली में प्रवेश करते हैं. ऐसे में सम विषम को लेकर उन्हें भी अपना विकल्प बदलना पड़ेगा. गोपाल राय ने कहा कि 10 नवंबर तक पांचवीं के स्कूल बंद हैं. 6-7, 8-9 और 11वीं की क्लास भी बंद रहेगी. लेकिन 10th और 12th की क्लास चालू रहेगी. दिवाली के बाद प्रदूषण का और स्तर बढ़ सकता है. देखते हुए 13 से 20 नवंबर तक odd even लागू किया जाएगा.
नोएडा और ग्रेटर नोएडा दोनों ही भयंकर प्रदूषण के कारण डार्क रेड जोन में हैं. सोमवार सुबह NCR में प्रदूषण हाई लेवल पर था. नोएडा का AQI 600 पार है, ग्रेटर नोएडा में भी 500 से ऊपर है.गुरुग्राम में भी 500 का लेवल पार हो चुका है. दिल्ली के आनंद विहार, लोधी रोड जैसे इलाकों में हालात गंभीर हैं. कई इलाक़ों में AQI 500 के पार पहुंच गया. दिल्ली का ओवरआल AQI 471 तक पहुंच गया था. नोएडा में AQI 616 पर पहुंचा जो कि बेहद गंभीर श्रेणी में है. गुरुग्राम में गंभीर श्रेणी में AQI लेवल 516 पर जा पहुंचा है. रविवार को यहां पर 392 AQI दर्ज किया गया था.
दिल्ली एनसीआर में अक्टूबर मध्य से सर्दी आते ही प्रदूषण को लेकर खतरनाक हालात बनते जा रहे हैं. यही वजह है कि ग्रैप 2, ग्रैप 3 के बाद सबसे कठिन फैसलों वाला ग्रैप 4 लागू किया जा चुका है. दिल्ली एनसीआर में निर्माणाधीन इकाइयों में पहले ही गतिविधियां रोकी जा चुकी हैं. प्राइवेट कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम लागू करने पर विचार कर रही हैं. मेट्रो के फेरे और बढ़ा दिए गए हैं.
यूपी में भी योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए कठोर कदम उठाए हैं. नोएडा और गाजियाबाद जैसे शहरों में पुराने वाहनों पर पाबंदी लगाई गई है. पेड़ पौधों औऱ सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है. ग्रेटर नोएडा, नोएडा की निर्माणाधीन हाउसिंग सोसायटी और औद्योगिक गतिविधियों में जहां प्रदूषण का स्तर ज्यादा है, वहां रोक लगाई गई है.
दिल्ली-NCR में प्रदूषण आज भी खतरनाक स्तर पर, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हवा और जहरीली