Elvish Yadav Latest News: यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 विजेता एल्विश यादव पर रेव पार्टी में अय्याशी और सांपों के जहर से नशा करने का आरोप लगा है. उन्होंने आरोपों पर सफाई भी दी है. लेकिन सांपों के जहर से कैसे नशा तैयार होता है, ये जानिए...
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snake venom effects in body: बिग बॉस ओटीटी विजेता एल्विश यादव पर सांपों के जहर से नशा करने और इसके लिए रईसजादों की रेव पार्टी आयोजित करने का आरोप लगा है, लेकिन सवाल उठता है कि सांप के काट लेने से शरीर में फैलने वाला जहर किसी की जान ले लेता है तो इसका नशा कैसे किया जा सकता है. चंडीगढ़ में कुछ दिनों पहले ऐसा ही मामला सामने आया था. इसमें पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रीसर्च के वैज्ञानिकों के पास दो मरीजों के केस आए थे, जो जीभ पर कोबरा सांप से से डंसवाते थे.
सब कुछ धुंधला धुंधला
कोबरा के जहर का नशा करने वाले युवक राजस्थान से थे. ये 15 साल से ऐसा नशीला पदार्थ लेते हैं.दोनों सपेरों के पास जाकर जीभ पर खुद को कटवाते थे. काटे जाने के बाद उनको कुछ वक्त झटके लगते थे, सब कुछ धुंधला हो जाता था. लगभग एक दो घंटे के लिए वो सुन्न हो जाते थे, लेकिन जागने के बाद उन्हें बहुत फुर्तीला औऱ जोशीला सा महसूस होता है.
पिछले साल मध्य प्रदेश के इंदौर में भी लड़कियों में जहरीले सांपों का नशा करने का ऐसा मामला सामने आया था. ये सभी हाई क्लास सोसायटी की लड़कियां थीं.
कैसे होता है नशा
ऐसे मामलों से जुड़े लोगों का कहना है कि सांपों का जहर निकालने के बाद उसे अन्य तत्वों के साथ मिलाकर नशे के असर को हलक्का कर दिया है, ताकि यह जानलेवा न बन जाए. ये शराब, ड्रग्स जैसे दूसरे नशीले पदार्थों से भी ज्यादा प्रभाव डालने वाला होता है.जहर का इस्तेमाल करने वालों में तीन से चार हफ्तों तक अजीब सी खुशी, खुद को दुनिया से ऊपर समझने और अच्छी नींद आने जैसे लक्षण दिखते हैं.
जहरीले सांप से शराब
चीन, वियतनाम जैसे कुछ देशों में जहरीले सांपों को शराब के बड़े प्याले में रख दिया जाता है. फिर इस शराब को परोसा जाता है. इससे ज्यादा नशा महसूस होने का दावा किया जाता है. कुछ लोगों का कहना है कि एल्कोहल में काफी समय तक पड़े रहने से सांप के जहर का असर नहीं रहता. ज्यादातर सांपों को राइस वाइन में कुछ महीनों के लिए रखने के बाद पिया जाता है.
सांप वाली शराब को बनाने के लिए स्नेक को राइस वाइन में डाल दिया जाता है. साथ ही कई देसी औषधियों को भी इसमें मिलाया जाता है. कुछ महीनों में फर्मेंटेशन यानी किण्वन के बाद इसे परोसा जाता है.
रेव पार्टी में स्नेक बाइट का ट्रेंड
कहा जाता है कि कोकीन, अफीम, गांजा जैसे नशा करने वाले रेव पार्टी में स्नेक बाइट का भी मजा लेने लगे हैं. संपेरों के जरिये रेव पार्टी में सांपों लाए जाते हैं. वहां नशे के लिए जीभ पर सांपों को कटवाया जाता है. बेबी किंग कोबरा और बेबी ब्लैक मांबा सांप से जीभ के नीचे के दाईं या बाईं ओर कटवाया जाता है. स्नेक बाइट यानी सांप के जीभ पर डंसते ही नशा चढ़ने लगता है. ये नशा सांप के नशे के विषैलेपन के आधार पर पांच दिनों से एक महीने तक अपना सुरूर देता है.