Atique Ahmed Case: अतीक के गुर्गे उस्मान और अरबाज का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मियों से होगी पूछताछ
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Atique Ahmed Case: अतीक के गुर्गे उस्मान और अरबाज का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मियों से होगी पूछताछ

Umesh Pal Murder Case: बदमाश अरबाज और विजय चौधरी के एनकाउंटर के दौरान जो भी पुलिसकर्मी शामिल थे, उन्हें न्यायिक आयोग ने भेजा नोटिस. बयान करवाना होगा दर्ज. 

 

Umesh Pal Murder Case (File Photo)

Umesh Pal Murder Case/ Prayagraj: उत्तर प्रदेश के बहचर्चित उमेशपाल और दो सरकारी गनर हात्याकांड में शामिल शूटर अगबाज और विजय चौधरी उर्फ उस्मान का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मियों को न्यायिक जांच आयोग ने नोटिस भेजा है. आयोग ने इन सभी पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज कराने को कहा है. नोटिस मिलने के बाद एनकाउंटर में शामिल पुलिसकर्मी लखनऊ जाकर आयोग में अपना बयान दर्ज कराएंगे. 

दरअसल, योगी सरकार बनने के बाद पुलिस प्रशासन हजारों एनकाउंटर कर चुकी है. विपक्ष इस मामले में आए दिन सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाता है. पुलिस एनकाउंटर पर भविष्य में सवाल ना उठे इसलिए सरकार ने दो सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है. इस आयोग में हाईकोर्ट के रिटार्यड जज राजीव लोचन महरोत्रा और रिटायर डीजी वियज कुमा गुप्ता शामिल हैं. उमेश पाल हत्याकांड में उत्तर प्रदेश की पुलिस ने माफिया अतीक अहमद के बेटे असद सहित 4 बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर किया था. बदमाश अरबाज और विजय चौधरी के एनकाउंटर के दौरान जो भी पुलिसकर्मी शामिल थे. उन्हें न्यायिक आयोग ने अब नोटिस भेजा है. इन सभी पुलिसकर्मियों का लखनऊ स्थित न्यायिक आयोग के दफ्तर में बयान दर्ज किया जाएगा.

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पुलिस ने अब तक जिन बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराया था. माफिया अतीक का बेटा असद, गुलाम, अरबाज और विजय चौधरी हैं का एनकाउंटर किया गया. पुलिस का कहना था कि जब इन बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम गई तो इन बदमाशों ने हमला कर दिया. ऐसे में पुलिस को भी जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी और ये सभी मारे गए.

इसके बाद इम बदमाशों के एमकाउंटर पर सपा, बसपा सहित पूरे विपक्ष के नेताओं ने सरकार पर सवाल उठाए थे. सभी ने आरोप लगाया कि यह फर्जी एनकाउंटर है. ये सभी बदमाश सरेंडर करना चाहते थे. हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया था. वहीं इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी रहे माफिया अतीक अहमद और अशरफ की भी हत्या हो चुकी है.

बता दें कि 24 फरवरी को उमेश पाल और दो सरकारी गनर की हत्या के बाद धूमनगंज थाना पुलिस और एसओजी की 27 फरवरी को नेहरू पार्क में हत्याकांड में शामिल एक आरोपी के साथ मुठभेड़ हो गई थी. इस मुठभेड़ में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद की कार चलाने वाला अरबाज पुलिस मुठभेड़ में ढे़र हो गया था. जबकि यह एसओजी ने ही दूसरा एनकाउंटर 6 मार्च को यमुनानगर के को कौंधियारा थाना क्षेत्र में किया था.

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