इन्द्रकांत त्रिपाठी हत्याकांड में दो आरोपियों ने किया सरेंडर, मामले की जांच के लिए SIT का गठन
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इन्द्रकांत त्रिपाठी हत्याकांड में दो आरोपियों ने किया सरेंडर, मामले की जांच के लिए SIT का गठन

इंद्रकांत त्रिपाठी को गोली मारी गई थी. उन्हें कानपुर के रीजेंसी अस्तपाल में भर्ती कराया गया था, जहां इंद्रकांत को पैरालिसिस अटैक पड़ा और बीते 11 सितंबर को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. 

इंद्रकांत त्रिपाठी (L), आईपीएस मणिलाल पाटीदार (R).

महोबा: कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी मर्डर केस में दो नामजद अभियुक्तों सुरेश सोनी व ब्रह्मदत्त तिवारी ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. इस मामले में महोबा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार, कबरई थाना प्रभारी देवेंद्र शुक्ला, सुरेश सोनी, ब्रह्मदत्त तिवारी सहित कुछ पुलिस कर्मी आरोपी बनाए गए हैं. इंद्रकांत त्रिपाठी ने बीते 7 सितंबर को एक वीडियो संदेश के जरिए आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर रंगदारी वसूलने, उत्पीड़न करने और झूठे केस में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाया था और अपनी हत्या की आशंका जताई थी. इसके अगले दिन इंद्रकांत त्रिपाठी अपनी कार में लहूलुहान हालत में मिले थे.

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इंद्रकांत त्रिपाठी को मारी गई थी गोली, इलाज के दौरान तोड़ा दम
इंद्रकांत त्रिपाठी को गोली मारी गई थी. उन्हें कानपुर के रीजेंसी अस्तपाल में भर्ती कराया गया था, जहां इंद्रकांत को पैरालिसिस अटैक पड़ा और बीते 11 सितंबर को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महोबा कारोबारी के वीडियो संदेश का संज्ञान लेते हुए तत्कालीन महोबा एसपी को सस्पेंड कर दिया था और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7, 13 और आईपीसी की धारा 387, 307 और 120-B के तहत उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई थी.

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मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित, 7 दिन में सौंपेगी रिपोर्ट
अब इस मामले की जांच के लिए पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्थी ने एसआईटी का गठन किया है जो 7 दिनों के भीतर शासन को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. इस टीम का नेतृत्व वाराणसी के आईजी रेंट विजय सिंह मीणा करेंगे. डीआईजी शलभ माथुर और एसपी अशोक कुमार त्रिपाठी इसके सदस्य होंगे. एसआईटी आईपीएस मणिलाल पर लगे रंगदारी वसूलने के आरोपों के अलावा इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के पीछे के कारणों की जांच भी करेगी. एसआईटी जांच का दायरा होगा कि क्या इंद्रकांत पर हुए हमले में आईपीएस इंद्रकांत त्रिपाठी की भूमिका थी अथवा कोई और कारण रहा.

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