लखनऊ: पुरानी पेंशन बहाली को लेकर यूपी में राज्य कर्मचारी संगठन की महाहड़ताल बुधवार (06 फरवरी) से शुरू हो रही है. पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर राज्य कर्मचारी, शिक्षक और अधिकारी आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. 'पुरानी पेंशन बहाली मंच' के बैनर तले 150 संगठनों के 20 लाख से ज्यादा कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी करीब एक हफ्ते तक हड़ताल करेंगे. सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए महा हड़ताल को गैर कानूनी घोषित कर एस्मा लगा दिया है, लेकिन कर्मचारियों ने प्रदेश में लागू किए गए यूपी एस्मा से न डरने की हुंकार भी भरी है. 


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दरअसल, मंगलवार (05 फरवरी) को लखनऊ सहित प्रदेश के सभी जिलों में ‘एक ही मिशन-पुरानी पेंशन’ की तख्तियां लेकर बाइक रैली निकाली और दफ्तरों का भ्रमण कर कर्मचारियों से हड़ताल में शामिल होने का आह्वान किया था. हड़ताल के लिए नेताओं का संकल्प देख दोपहर तक तय हो गया था कि सरकार चाहे जो रोक लगाए, लेकिन हड़ताल निश्चित रूप से की जाएगी. 


सरकार ने हड़ताल का असर फीका करने के लिए पूरी मशीनरी सक्रिय कर दी है. हड़ताल पर जाने वाले कर्मचारियों का दावा है कि हड़ताल की अवधि तक न तो निर्वाचन का काम किया जाएगा, न परीक्षाओं में कोई सहयोग किया जाएगा. वहीं, यूपी बोर्ड की परीक्षाएं सात फरवरी से ही शुरू हो रही हैं, जबकि कर्मचारी बुधवार (6 फरवरी) से हड़ताल पर हैं. 


 



सोमवार देर रात एस्मा लगाने के बाद सरकार ने मंगलवार को सभी जिलों में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि इस हड़ताल का असर परीक्षा, निर्वाचन और आवश्यक सेवाओं पर बिल्कुल न पड़े. मंगलवार देर रात मुख्य सचिव ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अधिकारियों के साथ हड़ताल से निपटने पर विमर्श किया. अधिकारियों ने हड़ताल का असर न पड़ने देने की तैयारी की है.