लखनऊ/राजीव श्रीवास्तव: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सिर्फ उत्तर प्रदेश के नागरिकों की ही नहीं बल्कि चेन्नई के पर्यटकों की भी चिंता है. यही कारण है कि खुद रातभर जाग कर सीएम योगी ने चेन्नई से आए पर्यटकों को नेपाल से रेस्क्यू कराया और उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी की.


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दरअसल देशभर में कोरोना वायरस के मद्देनजर 14 अप्रैल तक लॉकडाउन घोषित है. ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनता की सहायता के लिए लगातार डटे हुए हैं. मुख्यमंत्री की सजगता और संवेदनशीलता का ही परिणाम है कि उन्होंने विदेश में फंसे 38 पर्यटकों को भारत लाने के लिए जी जान एक कर दिया. रात भर जागकर उन्होंने सीमावर्ती जिला महराजगंज के जिलाधिकारी को खुद मॉनिटर करने और उन्हें रेस्क्यू करने के निर्देश दिए.



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बीते 22 मार्च से भारत-नेपाल की सीमा सील होने के बाद ये सभी यात्री नेपाल में फंस गए थे. इंडो-नेपाल न्यूज के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी को पता चला कि चेन्नई और प्रयागराज के 38 लोग नेपाल के बेलहिया में फंसे हुए हैं. मुख्यमंत्री की तत्परता का ही नतीजा है कि सभी 38 पर्यटकों को सकुशल रेस्क्यू कर सोनौली स्थित गेस्ट हाउस में ठहराया गया है. जहां चिकित्सीय टीम से सभी पर्यटकों का मेडिकल परीक्षण कराया गया.



मुख्यमंत्री के निर्देश पर महराजगंज के जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार व एसपी रोहित सिंह सजवान ने इन पर्यटकों से मिल कर उनका हाल जाना. उन्हें कोई असुविधा न हो, इसके लिए स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिए. पर्यटकों के सोने और खाने-पीने की निशुल्क व्यवस्था भी की गई. रविवार को सभी पर्यटकों को सोनौली से गोरखपुर रवाना कर दिया गया.


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