एक कातिल ने खोली यूपी पुलिस की पोल...एक ही परिवार के 4 हत्याओं का खुला राज
Advertisement

एक कातिल ने खोली यूपी पुलिस की पोल...एक ही परिवार के 4 हत्याओं का खुला राज

ढाई साल बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली के वजीराबाद निवासी अभिषेक पाल नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार कर नैना मर्डर मिस्ट्री को लेकर जो कहानी सामने रखी है, उससे यूपी पुलिस की जांच पर सवाल उठ गए हैं. 

एक कातिल ने खोली यूपी पुलिस की पोल...एक ही परिवार के 4 हत्याओं का खुला राज

नई दिल्लीः करीब ढाई साल पहले यूपी के हापुड़ इलाके में स्थित दौलाना थाना पुलिस द्वारा नहर से एक कार समेत बरामद हुई नैना नाम की स्कूल टीचर लड़की की हत्या मामले में यूपी पुलिस की हैरान करने वाली लापरवाही सामने आई है. जल्दबाजी में की गई जांच में पुलिस यह मान बैठी कि यह मामला ऑनर किलिंग का है और लड़की के पिता वेदप्रकाश, मां साधना और भाई शुभम ही उसके कातिल हैं. लेकिन दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने असली कातिल को गिरफ्तार कर इस सनसनीखेज मर्डर मिस्ट्री पर से पर्दा उठाते हुए यह दावा किया है कि उस रात सिर्फ लड़की की नहीं, बल्कि उसके साथ उसके माता-पिता व भाई की भी हत्या की गई थी. 

दरअसल ढाई साल बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली के वजीराबाद निवासी अभिषेक पाल नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार कर नैना मर्डर मिस्ट्री को लेकर जो कहानी सामने रखी है, उससे यूपी पुलिस की जांच पर सवाल उठ गए हैं.

दिल्ली क्राइम ब्रांच के खुलासे के मुताबिक वेदप्रकाश नामक शख्स की मजनू का टीला इलाके में कपड़े की दुकान थी. वेदप्रकाश ब्याज पर पैसे देने का काम भी करता था. वेदप्रकाश की दुकान पर काम करने वाले रितेश ने उससे पैसे उधार लेकर अपना काम शुरू किया था. रितेश को वेद्प्रकाश के दोस्त दोस्त अभिषेक पाल ने गारंटर बनकर ब्याज पर रकम दिलवाई थी. लेकिन अभिषेक पैसे नही लोटा पा रहा था और वेदप्रकाश अपनी रकम के लिए अभिषेक पाल व रितेश पर लगातार दबाव बना रहा था.

fallback

क्राइम ब्रांच के एडिशनल सीपी ए.के. सिंगला के मुताबिक अभिषेक ने परेशान होकर यह बात अपने दोस्त व रिश्ते में वेदप्रकाश का भतीजा लगने वाले एक शख्स से बताई. वह वेद से पहले से ही नाराज था तो उसने मौका देखकर उसे निपटाने को कहा. इस पर अभिषेक, रितेश व अन्य साथियों ने जुलाई, 2016 , वारदात वाली रात बहाने से वेदप्रकाश को बुलाया और अपने साथियों के साथ मिलकर उसका कत्ल कर दिया. लेकिन आखिरी बार वेदप्रकाश को अभिषेक के साथ जाते उसके बेटे शुभम ने देख लिया था, तब इन लोगो ने बेटे शुभम को भी रास्ते से हटाने की ठान ली. बदकिस्मती से इस बार मां साधना ने बेटे शुभम को अभिषेक के साथ देख लिया था, लिहाजा इन्होंने मां की भी हत्या कर दी और. चूंकि बेटी नैना ने आरोपियों को अपनी मां को ले जाते देख लिया था, इसलिए इन्होंने उसे भी मार डाला और उसके लाश कार समेत गंग नहर में फेंक कर फरार हो गए. 

Image

घटना के एक दिन बाद यूपी पुलिस ने नैना का शव व सेंट्रो कार बरामद की थी. इसके बाद जांच में ऑनर किलिंग की थ्यौरी बताई थी. हालांकि बाकियो की लाश भी इन्होंने वही ठिकाने लगाई लेकिन दौलाना पुलिस को केवल लड़की की लाश मिली और यूपी पुलिस ने मान लिया कि ये मामला हॉरर किलिंग का है. जबकि हकीकत यह थी कि परिवार के सभी लोग भी मारे जा चुके थे जिन्हें यूपी पुलिस हत्यारा मान कर फरार घोषित कर चुकी थी.

fallback

एडिशनल सीपी के मुताबिक इस बीच उनकी टीम को यह सूचना मिली कि स्कूल टीचर नैना की हत्या में शामिल एक आरोपी आउटर रिंग रोड पर संजय आखाड़ा के समीप आने वाला है. सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी अभिषेक पाल को धर दबोचा और उससे सख्ती से पूछताछ की तो इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा हुआ.  इस खुलासे में बाद अब पीडित परिवार यूपी पुलिस की के उन अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग कर रहा है जिन अधिकारियों में मृतक माता पिता और भाई को ही उनकी बेटी का कातिल करार दे दिया था

Trending news