पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह को पदम विभूषण सम्मान मिलने पर उनके बेटे और सांसद राजवीर सिंह ने कहा कि बाबू जी सर्व समाज के व्यक्ति थे...समाज में खुशी का माहौल है...
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अलीगढ़: पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह (Kalyan Singh) को भारत सरकार ने गणतंत्र दिवस (Republic Day) की पूर्व संध्या पर पदम विभूषण सम्मान से नवाजा गया. कल्याण सिंह के पुत्र एटा सांसद राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया ने इसके लिए आभार जताया है. सांसद राजवीर सिंह ने कहा कि बाबू जी सर्व समाज के व्यक्ति थे. समाज में खुशी का माहौल है. विधानसभा चुनाव के बीच पिछड़ों के नेता रहे कल्याण सिंह को पदम विभूषण सम्मान दिया गया है. 26 जनवरी की पूर्व संध्या पर यह पदम विभूषण सम्मान दिया गया है.
राजवीर सिंह ने भारत सरकार का आभार जताया
कल्याण सिंह के सांसद पुत्र राजवीर सिंह ने भारत सरकार का आभार जताया और कहा कि जो पद्म विभूषण सम्मान दिया गया है. इससे समाज में एक अच्छा माहौल गया है और बाबू कल्याण सिंह सभी समाज के नेता थे और सभी समाज के लोग खुश हो रहे हैं
दो बार मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह
कल्याण सिंह अलीगढ़ के अतरौली के रहने वाले थे. इनका जन्म 5 जनवरी 1932 को मढौली में हुआ था और उनकी मृत्यु 21 अगस्त 2021 में हुआ. कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे और राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल भी रहे. उन्हें प्रखर राष्ट्रवादी राजनेता के रूप में जाना जाता था. अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस के समय में कल्याण सिंह मुख्यमंत्री थे और ढांचा ढहने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि 1999 में कल्याण सिंह ने भारतीय जनता पार्टी को छोड़ दिया था. लेकिन फिर जनवरी 2004 में फिर से भाजपा से जुड़े. कल्याण सिंह भारतीय जनता पार्टी से ओबीसी वर्ग के एक बड़ा चेहरा था. जिसे संघ ने तराशा था.
अतरौली में खुशी की लहर
हिंदू हृदय सम्राट कहे जाने वाले भाजपा के कर्मठ नेता कल्याण सिंह को 73 वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर मरणोपरांत पद्म विभूषण सम्मान देने पर अतरौली इलाके में खुशी की लहर है और यहां देर शाम मिठाइयां बांटी गई . कल्याण सिंह द्वारा राजनीति के क्षेत्र में लोक कल्याणकारी एवं सराहनीय योगदान दिए जाने पर उन्हें सम्मान दिया गया.
मरणोपरांत पद्म विभूषण देने के मायने
हालांकि कल्याण सिंह को मरणोपरांत पद्म विभूषण का सम्मान देने के राजनीतिक मायने भी है. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं और पिछड़ों का वोट साधने के लिए भाजपा का यह एक दांव बताया जा रहा है. कल्याण सिंह के परिवार में उनके पोते संदीप सिंह अतरौली विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं. तो वहीं उनके बेटे राजवीर सिंह राजू भैया एटा से सांसद है. इसके साथ ही राजवीर सिंह राजू भैया की समधन विजय सिंह अलीगढ़ जिला पंचायत की अध्यक्ष है. कल्याण सिंह पिछड़ों और खासतौर लोध बिरादरी के बड़े नेता थे और पश्चिमी यूपी में अलीगढ़ के आसपास के क्षेत्रों में लोध बिरादरी का वोट प्रतिशत काफी महत्व रखता है.
राजनीतिक आइकन थे कल्याण सिंह
कल्याण सिंह के निधन पर स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अंतिम संस्कार और तेरहवीं के भोज में शामिल हुए थे. कल्याण सिंह को हिंदुत्व की राजनीति का आइकन माना जाता है. हालांकि इस सम्मान के जरिए बीजेपी पिछड़े वर्ग के वोटों को साधने की कोशिश की है.
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