मजबूरी या गरीबी: पक्के घर की आस रह गई अधूरी, कच्ची मकान की दीवार ने ले ली तीन लोगों की जान
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मजबूरी या गरीबी: पक्के घर की आस रह गई अधूरी, कच्ची मकान की दीवार ने ले ली तीन लोगों की जान

Auraiya Hadsa: ग्रामीणों और पुलिस की मदद से दबे हुए लोगों को बाहर निकाला गया और एंबुलेंस की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिधूना भेजा गया... जहां पर पति-पत्नी और एक बच्चे को डाक्टरों ने मृत घोषित दिया जबकि दो बच्चों की गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद सैफई रेफर कर दिया गया. 

 

मजबूरी या गरीबी: पक्के घर की आस रह गई अधूरी, कच्ची मकान की दीवार ने ले ली तीन लोगों की जान

गौरव श्रीवास्तव/औरैया: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के औरैया जिले (Auraiya) में कच्चे घर की कच्ची दीवार गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई. मरने वाले एक ही परिवार के हैं. इस हादसे में एक बच्चे समेत मां-बाप की जान चली गई. वहीं, तीन और बच्चे जो इस हादसे में घायल हुए हैं उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है.

यहां पर हुआ हादसा
औरैया जिले के कुदरकोट थाना क्षेत्र के गोपियापुर गांव में इंद्रवीर अपने पत्नी और चार बेटों के साथ खाना खाकर कच्चे मकान में सोने लगे. देर रात ऊपर कच्ची दीवाल गिर गई जिसमें सभी दब गए. दीवाल गिरने की आवाज से पड़ोसी और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों ने तत्काल दबे लोगों को निकालने का प्रयास किया इसके साथ ही पुलिस को सूचना दी गई.ग्रामीण और पुलिस की सहायता से सभी दबे हुए लोगों को निकालकर एंबुलेंस की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिधूना लाया गया, जहां पर डाक्टरों ने पति इंद्रवीर पत्नी शकुंतला एवं बेटा विकास को मृत घोषित किया. दो बेटों की हालत गंभीर देखते हुए सैफई रिम्स के लिए रेफर कर दिया. ग्रामीणों की मानें तो यह परिवार दीवाल के नीचे छप्पर डाल कर रह रहा था. कच्ची दीवाल गिरने से यह दर्दनाक हादसा हुआ.

मरने वालों में इंद्रवीर (उम्र 45), उसकी पत्नी शकुंतला और पुत्र विकास उम्र 13 साल बताई जा रही है. जबकि आकाश 14 साल, अनुराग उम्र 10 की हालत गंभीर थी,जिससे डॉक्टर्स ने प्राथमिक उपचार देने के बाद सैफई रेफर कर दिया. घटना की सूचना पर डीएम प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव सहित आला अफसर अस्पताल में पहुंचे. घटना कुदरकोट थाना क्षेत्र के गोपियापुर गांव की है.

पीड़ित परिवार को जल्द मुआवजा-जिलाधिकारी
वहीं जिलाधिकारी प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया की घटना की सूचना पर हम लोग गोपियापुर गांव पहुंचे और रेस्क्यू कर सभी को निकाला गया. उन्होंने बताया कि पति-पत्नी और एक बेटे की मौत हो गई,दो घायलों को सैफई रेफर किया गया है. जिलाधिकारी ने बताया की आपदा के तहत पीड़ित परिवार को जल्द मुआवजा मुहैया कराया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया की इंद्रवीर का आवास स्वीकृत हो चुका था और पहले किस्त खाते में ट्रांसफर करवा दी गई थी लेकिन आवास निर्माण शुरू नहीं हुआ था. यह लोग खाना बारात घर में बनाते थे और सोने के लिए इस घर में आते थे.

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