UPTET की 23 जनवरी वाली परीक्षा पर भी मंडरा रहा था खतरा, दबोचे गए सॉल्वर गैंग के 11 सदस्य
Advertisement

UPTET की 23 जनवरी वाली परीक्षा पर भी मंडरा रहा था खतरा, दबोचे गए सॉल्वर गैंग के 11 सदस्य

औरैया पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षाओं (Competitive Exams) में दूसरे की जगह शामिल होने वाले सॉल्वर गैंग (Solver Gang) का खुलासा किया है. औरैया एसओजी व दिबियापुर पुलिस ने 11 सॉल्वरों को गिरफ्तार किया है.

UPTET की 23 जनवरी वाली परीक्षा पर भी मंडरा रहा था खतरा, दबोचे गए सॉल्वर गैंग के 11 सदस्य

गौरव श्रीवास्तव/औरैया: औरैया पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षाओं (Competitive Exams) में दूसरे की जगह शामिल होने वाले सॉल्वर गैंग (Solver Gang) का खुलासा किया है. औरैया एसओजी व दिबियापुर पुलिस ने 11 सॉल्वरों को गिरफ्तार किया है. सॉल्वर आगामी यूपी टेट की परीक्षा (UPTET Exam) में भी शामिल होने की फिराक में थे. 

यूपी ही नहीं बिहार और राजस्थान में फैला नेटवर्क
औरैया पुलिस की गिरफ्त में आए 11 शातिर सॉल्वर गैंग के सदस्य और इसमें एक पवन पोरवाल नाम का सरगना है. यह लोग उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि बिहार, राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं में दूसरे के स्थान पर बैठकर प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता दिलाने का ठेका लेकर काम करते थे. नवंबर में यूपी टीईटी परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद औरैया की पुलिस भी सक्रिय हुई थी. पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि औरैया के कुछ लोग भी सॉल्वर के रूप में काम करते हैं और उसका सरगना पवन पोरवाल नाम का व्यक्ति है. 

पैसों का लालच देकर बनाए सॉल्वर गैंग के सदस्य 
पवन पोरवाल नोएडा में डिजिटल भारत के नाम से मार्केटिंग कंपनी का संचालक है. उसने रुपयों का लालच देकर लड़कों को अपने जाल में फंसा सॉल्वर गैंग का सदस्य बना लिया और लगभग 3 साल से प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रतिभाग करने वाले अभ्यर्थियों से दो से ढाई लाख रुपये में सौदा पर परीक्षा में सॉल्वर बिठाने लगा. सॉल्वर गैंग का सरगना पवन पोरवाल ने अपने साथी दिबियापुर के निवासी हिमांशु कुमार बृजेंद्र कुमार शुभम सिंह अश्विनी कुमार शिवम और वीरू अमित राठौर और गौतम कुमार को अपने साथ ले लिया. 

सॉल्वर बिठाने के नाम पर वसूलते मोटी रकम 
पवन अपने साथियों की मदद से प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर उनके स्थान पर साल्वर बैठालते थे. साथ ही साथ आधार कार्ड में फर्जी तरीके से फोटो चेंज कर लेता था जिसके एवज में मोटी रकम लेता था. इस काम में फोटो स्टूडियो के लोग भी शामिल थे. पुलिस ने इनके पास से चार लैपटॉप, दो डेक्सटॉप, एक एटीएम स्वाइप मशीन, 20 आधार कार्ड, थंब इंप्रेशन मशीन सहित भारी मात्रा में फर्जीवाड़ा करने में जरूरत का सामान और उपकरणों को भी बरामद किया है. 

पुलिस की पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों में आयोजित यूपी टेट सीटेट पीईटी,आरईटी आदि में अपने साल वालों को बैठाता था. इन लोगों का संबंध कानपुर की कोचिंग मंडी के नाम से मशहूर काकादेव थाना इलाके से भी है. मुख्य सरगना पवन पोरवाल कानपुर देहात के झीझक का रहने वाला है और इसके बैंक अकाउंट में 40 से 50 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन भी हुआ है. मुख्य सरगना पवन के कब्जे से एक सियाज गाड़ी भी बरामद की गई है. 

फिलहाल पुलिस ने सभी 11 शातिरों को जेल भेज दिया है. पुलिस अभी इनके अन्य साथियों की तलाश में भी लगी हुई है. पुलिस अब यह पता करने की कोशिश कर रही है कि इन लोगों ने किन-किन लोगों को परीक्षा में शामिल होकर उन्हें पास कराया. 

WATCH LIVE TV

 

Trending news