Azamgarh News: सपा के पूर्व विधायक अभय नारायण पटेल को आजीवन कारावास की सजा हुई है. एमपी/एमएलए कोर्ट ने 1998 में हत्या के मामले में पूर्व विधायक समेत चार को उम्रकैद की सजा दी है. साथ ही 20-20 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया है.
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वेदेन्द्र प्रताप/आजमगढ़: आजमगढ़ में सपा के पूर्व विधायक अभय नारायण पटेल को आजीवन कारावास की सजा हुई है. एमपी/एमएलए कोर्ट ने 1998 में हत्या के मामले में पूर्व विधायक समेत चार को उम्रकैद की सजा दी है. साथ ही 20-20 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया है. हत्यारोपी अभय नारायण पटेल आजमगढ़ की सगड़ी विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं. उनके अलावा लालबहादुर सिंह, लालबिहारी सिंह व हरेंद्र सिंह को भी आजीवन कारावास की सजा हुई है. मामला साल 1998 का है. जब रौनापार थाना क्षेत्र में कोटा को लेकर हुए विवाद में हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था.
जानिए क्या है पूरा मामला
राम नयन सिंह निवासी उर्दिहा नई बस्ती कोलवा थाना रौनापार के भाई संतराज को कोटे की दुकान आवंटित हुई थी. इससे पहले यह कोटा अभय नरायन पटेल को आवंटित था. इस बात से अभय नारायण सिंह रंजिश रखते थे. जिसकी वजह से 22 अक्टूबर 1998 की शाम लगभग 7 बजे जब संतराज चांदपट्टी से घर आ रहा था. तभी रास्ते में अभय नारायण सिंह, लाल बिहारी सिंह तथा लाल बहादुर सिंह व हरेंद्र ने संतराज को रोक लिया और संतराज को गोली मार दी. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
पुलिस ने जांच पूरी करने के बाद अभय नरायन पटेल का नाम निकालते हुए तीन आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेश की. मुकदमा के दौरान वादी राम नयन के बयान पर अदालत ने 2001 में अभय नारायण सिंह पटेल को बतौर आरोपी न्यायालय में तलब किया. दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी अभय नारायण सिंह पटेल, लाल बहादुर, लाल बिहारी तथा हरेंद्र को आजीवन कारावास तथा प्रत्येक को बीस हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है. अर्थ दंड अदा न किए जाने की दशा में प्रत्येक को एक-एक वर्ष का अतिरिक्त कठोर कारावास भी भुगतना होगा.
बता दें, कि 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्व विधायक अभय नारायण पटेल ने अपने समथकों के साथ बीजेपी का दामन थाम लिया था. समाजवादी पार्टी ने 2012 विधानसभा चुनाव में अभय नारायण पटेल को सगड़ी विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था. जिसमें उनको जीत मिली थी. वहीं, सपा ने 2017 के चुनाव में अभय नारायण का टिकट काटकर जयराम पटेल को मैदान में उतारा था. उस समय बसपा प्रत्याशी वंदना सिंह ने बड़े मार्जिन से जीत हासिल की थी. इसके बाद 2022 विधानसभा चुनाव में सपा ने एक बार फिर अभय नारायण पटेल की जगह एचएन पटेल पर दांव खेला था. जिसके बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए.