Bharat Jodo Yatra : राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के अंत में किया विपक्षी एकता का प्रदर्शन, 14 राज्यों से गुजरी 3600 किमी की पदयात्रा
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Bharat Jodo Yatra : राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के अंत में किया विपक्षी एकता का प्रदर्शन, 14 राज्यों से गुजरी 3600 किमी की पदयात्रा

Bharat Jodo Yatra Timeline : राहुल गांधी की कन्याकुमारी से कश्मीर तक की भारत जोड़ो यात्रा पांच माह में 14 राज्यों से गुजरते हुए पूरी हो गई है. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष पदयात्रा के आखिरी 30 जनवरी को प्रेस कान्फ्रेंस करेंगे.

Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra

Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra Timeline : भारत जोड़ो यात्रा करीब पांच माह में 3600 किलोमीटर की यात्रा के बाद सोमवार को पूरी हुई. 30 जनवरी को आखिरी दिन राहुल गांधी ने कश्मीर के शेर ए कश्मीर स्टेडियम में रैली की और विपक्षी एकता का शक्ति प्रदर्शन किया. रैली में राहुल गांधी के अलावा प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं. विपक्ष से उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, भाकपा नेता डी राजा, महबूबा मुफ्ती भी रैली में पहुंचीं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मंच पर पहली पंक्ति में नजर आए. 

21 गैर एनडीए दलों को रैली में न्योता
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह में 21 गैर एनडीए दलों को आमंत्रित किया है. पदयात्रा के आखिरी दिन 21 राहुल गांधी की आज (Jammu Kashmir Congress) श्रीनगर के शेर ए कश्मीर स्टेडियम (Sher e Kashmir Stadium) में एक बड़ी रैली भी है.इसमें आम आदमी पार्टी, तेलंगाना की भारत राष्ट्रीय समिति शामिल है. हालांकि एआईएडीएमके, वाईएसआर, बीजेडी, एआईयूडीफ, एआईएमआईएम को न्योता नहीं भेजा गया है. 

पदयात्रा का 7 सितंबर को आगाज
7 सितंबर 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी. राहुल गांधी ने यहां अपने पिता स्वर्गीय राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देने के साथ पदयात्रा प्रारंभ की. और 30 जनवरी 2023 को श्रीनगर में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रेस कान्फ्रेंस के साथ खत्म हो जाएगी. हालांकि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा दक्षिण भारत के राज्यों केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु में ज्यादा वक्त गुजारने और दिल्ली की सत्ता के लिए अहम उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान में कम वक्त देने को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों ने पदयात्रा पर सवाल उठाए.

75 जिलों से होकर गुजरी
भारत जोड़ो यात्रा 14 राज्यों के 75 जिलों से होकर गुजरी. इसमें पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर शामिल है.  हालांकि भाजपाशासित औऱ पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के मजबूत किले उत्तर प्रदेश में यात्रा तीन दिन ही ठहरी. गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान भी राहुल सिर्फ एक दिन ही चुनाव प्रचार करने पहुंचे. 

चंद्रशेखर की भारत यात्रा से तुलना
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने भी 1983 में 4260 किलोमीटर की भारत यात्रा निकाली थी. युवा तुर्क कहलाने वाले चंद्रशेखर की छह महीनों में ये यात्रा कन्याकुमारी से शुरू होकर नई दिल्ली में पूरी हुई थी.उन्होंने हरियाणा के भोंडसी  गांव में भारत यात्रा ट्रस्ट भी बनाया था. 

केरल में रिकॉर्ड 19 दिन
भारत जोड़ो यात्रा केरल में 11 सितंबर को पहुंचीं सबसे ज्यादा करीब 19 दिनों तक केरल में रही. यहां राहुल ने वायनाड, अलपुझा, कोच्चि, कोल्लम जैसे तमाम जिलों में पदयात्रा की. राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद भी हैं.

कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में पदयात्रा
कर्नाटक में यात्रा ने 30 सितंबर को प्रवेश किया, जो 16 दिनों तक मांड्या, बेंगलुरु, मैसुरु समेत कई जिलों से गुजरी. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी यहां पदयात्रा में शामिल हुईं. 14 अक्टूबर से आंध्र प्रदेश में चार दिनों के बाद तेलंगाना में 5 दिन पदयात्रा चली. महाराष्ट्र में 7 नवंबर को प्रारंभ यात्रा में छह दिनों तक यात्रा में शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे भी शामिल हुए. हालांकि महा विकास अघाड़ी में शामिल एनसीपी का इसमें प्रतिनिधित्व नहीं दिखा. 

चुनावी राज्य मध्य प्रदेश और राजस्थान को कम वक्त
2023 के चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में यात्रा महज 3 दिन रही. जबकि इसी साल विधानसभा चुनाव का सामना करने वाले एक और राज्य राजस्थान में राहुल गांधी की पदयात्रा 6 दिनों तक रही. कांग्रेस मध्य प्रदेश में जहां सत्ता में वापसी की कोशिश में है, वहीं राजस्थान में वो अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच कशमकश से गुजर रही है.  

हरियाणा-पंजाब में प्रवेश
हरियाणा यह पदयात्रा 21 दिसंबर को नूंह जिले के मुंडका बॉर्डर के नजदीक पहुंची. डीएमके सांसद कनिमोई भी यहां यात्रा में शामिल हुईं. 24 दिसंबर को बदरपुर बॉर्डर के जरिये ये यात्रा 3122 किलोमीटर के सफर के बाद दिल्ली में प्रवेश कर गई. दिल्ली के लाल किला के पास सभा में प्रियंका गांधी भी शामिल हुईं. 

उत्तर प्रदेश में महज 3 दिन
दिल्ली की सत्ता का द्वार कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश में यह यात्रा महज 3 दिन ही रही. राहुल गांधी ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती, राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष जयंत चौधरी को यात्रा में शामिल होने का न्योता दिया, लेकिन इनमें से कोई भी पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष की यात्रा में शामिल नहीं हुई.

पंजाब में कांग्रेस सांसद का असमय निधन
पंजाब में 10 जनवरी भारत जोड़ो यात्रा का अगला पड़ाव था, शंभू बॉर्डर के जरिये राहुल गांधी दोआबा क्षेत्र पहुंचे. यहां जालंधर से कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी (Jalandhar Congress MP Santokh Singh Chaudhary) की हार्ट अटैक के दौरान मौत का दुखद हादसा भी हुआ. अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के दर्शन के साथ राहुल गांधी पंजाबी गायक (Punjabi singer Sidhu Moose Wala) से भी मिले.   

आखिरी चरण में जम्मू-कश्मीर
पदयात्रा आखिरी चरण में पंजाब के पठानकोट से जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में पहुंची. नेशनल कान्फ्रेंस अध्यक्ष और सांसद फारुक अब्दुल्ला और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती भी इसमें शरीक हुईं. 29 जनवरी को राहुल गांधी ने श्रीनगर के ऐतिहासिक लालचौक पर तिरंगा (national tricolour Tiranga Lal Chowk Srinagar ) फहराया. 

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