UP BJP में माधव प्रसाद से भूपेंद्र चौधरी तक 14 प्रदेश अध्यक्ष,अब तक पूर्वांचल का दबदबा, जानें सबसे लंबे-छोटे कार्यकाल समेत 5 बड़ी बातें
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UP BJP में माधव प्रसाद से भूपेंद्र चौधरी तक 14 प्रदेश अध्यक्ष,अब तक पूर्वांचल का दबदबा, जानें सबसे लंबे-छोटे कार्यकाल समेत 5 बड़ी बातें

up bjp new Chief : उत्तर प्रदेश बीजेपी के नए अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के लखनऊ में भव्य स्वागत की तैयारियां हो रही हैं. बीजेपी में पूर्वांचल से मुख्यमंत्री के बाद पश्चिमी यूपी से प्रदेश प्रमुख बनाया गया है.

UP BJP में माधव प्रसाद से भूपेंद्र चौधरी तक 14  प्रदेश अध्यक्ष,अब तक पूर्वांचल का दबदबा, जानें सबसे लंबे-छोटे कार्यकाल समेत 5 बड़ी बातें

UP BJP Chief Bhupendra Chaudhary : उत्तर प्रदेश बीजेपी की कमान 5 माह लंबी तलाश के बाद जाट नेता भूपेंद्र चौधरी (Bhupendra Chaudhary) को सौंप दी गई है. चौधरी सोमवार को लखनऊ पहुंचकर विधिवत तौर पर अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे. चौधरी के भव्य स्वागत की तैयारियों के बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath), दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य औऱ बृजेश पाठक के भी इस दौरान मौजूद रहने के आसार हैं. यूपी बीजेपी पद पर 1980 में माधव प्रसाद त्रिपाठी से लेकर भूपेंद्र चौधरी तक करीब तीन दशकों में 14 प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त हुए हैं. 

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सबसे लंबा कार्यकाल
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर सबसे लंबा कार्यकाल कल्याण सिंह और कलराज मिश्र का रहा.राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान और मंडल-कमंडल की राजनीति के बीच 1984 से 1990 तक 6 सालों में कल्याण सिंह प्रदेश अध्यक्ष रहे. फिर वो प्रदेश में बीजेपी के पहले मुख्यमंत्री भी बने. 

माधव प्रसाद त्रिपाठी 1980 से 1984 के बीच चार सालों तक बीजेपी के उत्तर प्रदेश में पहले मुख्यमंत्री रहे. पूर्वांचल के बस्ती(सिद्धार्थनगर) में जन्मे त्रिपाठी युवावस्था से ही आरएसएस से जुड़े. डुमरियागंज सीट से लोकसभा सांसद (1977-80) रहने के साथ वो 1956-67 के बीच यूपी विधानसभा में नेता विपक्ष के पद पर भी रहे. उन्हें कलराज मिश्र औऱ राजनाथ सिंह जैसे बीजेपी के दिग्गज नेताओं का मेंटर भी माना जाता है. 

पूर्वांचल का रहा दबदबा
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पदों पर अब तक पूर्वांचल का दबदबा रहा है. गाजीपुर में पैदा हुए कलराज मिश्रा (Kalraj Mishra), चंदौली में जन्मे राजनाथ सिंह, इलाहाबाद के केशरी नाथ त्रिपाठी, देवरिया के रमापति राम त्रिपाठी औऱ सूर्य प्रताप शाही, कौशांबी में जन्मे केशव प्रसाद मौर्य शामिल हैं. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय गाजीपुर और भूपेंद्र चौधरी के पहले प्रदेश अध्यक्ष रहे स्वतंत्र देव सिंह (Swantra Dev Singh) मिर्जापुर से ताल्लुक ऱखते हैं.

सबसे छोटा कार्यकाल
यूपी बीजेपी में एक साल से भी कम वक्त के लिए प्रदेश प्रमुख रहे ओम प्रकाश सिंह भी पूर्वांचल के मिर्जापुर (Mirjapur) से संबंध रखते थे. वो 3 जनवरी 2000 से 17 अगस्त 2000 तक प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष पद पर रहे. 

दो यूपी बीजेपी अध्यक्ष जो सीएम बने
दो प्रदेश अध्यक्ष जो मुख्यमंत्री (UP CM) बने
यूपी बीजेपी में अब तक दो ऐसे प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं, जो आगे चलकर राज्य के मुख्यमंत्री भी बने. इसमें कल्याण सिंह(Kalyan Singh), जो 24 जून 1991 से 6 दिसंबर 1992 तक और फिर 21 सितंबर 1997 से 12 नवंबर 1999 तक यूपी के सीएम रहे. कल्याण सिंह को विवादित ढांचा गिराए जाने के बाद कुर्सी गंवानी पड़ी थी. 1997 से 2000 के बीच करीब तीन साल प्रदेश अध्यक्ष रहे राजनाथ सिंह (Rajnath Singh)  अक्टूबर 2000 से 7 मार्च 2002 तक यूपी मुख्यमंत्री रहे.   

मिशन 2024 को लेकर अहम नियुक्ति
किसान आंदोलन के दौरान बीजेपी को पश्चिमी यूपी में हुए नुकसान के बीच भूपेन्द्र चौधरी को इस क्षेत्र से प्रदेश प्रमुख बनाते हुए मिशन 2024 के तहत अहम जिम्मेदारी दी गई है. इसके पहले लक्ष्मीकांत वाजपेयी वेस्ट यूपी से ऐसे बीजेपी नेता रहे हैं, जो प्रदेश अध्यक्ष बने. 

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