शिक्षक एमएलसी के लिए वेणु रंजन तो स्नातक एमएलसी के लिए अरुण पर भाजपा ने जताया भरोसा, विधानपरिषद चुनाव में होगा कांटे का मुकाबला.
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उन्नाव: विधान परिषद का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, सियासी समीकरण और दांवपेंच देखने को मिल रहे हैं. भाजपा ने शिक्षक एमएलसी और स्नातक एमएलसी के चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. बीजेपी की रणनीति कद्दावर नेताओं को अब नये चेहरों के जरिए घेरने की है. भाजपा ने शिक्षक एमएलसी के लिए वेणु रंजन भदौरिया पर दांव लगाया है. वही स्नातक एमएलसी पर एमएलसी अरुण पाठक को प्रत्याशी बनाया है.
बदल गए कानपुर खंड के समीकरण
कानपुर में खंड स्नातक और शिक्षक एमएलसी के लिए भाजपा ने प्रत्याशियों की सोमवार देर रात घोषणा कर दी. कानपुर-उन्नाव स्नातक क्षेत्र के लिए पार्टी के वर्तमान एमएलसी अरुण पाठक को तीसरी बार प्रत्याशी बनाया गया है. जबकि शिक्षक एमएलसी सीट पर पहली बार उतर रही भाजपा ने उन्नाव के युवा नेता वेणुरंजन भदौरिया पर भरोसा जताया है. अरुण पाठक जहां ब्राह्मण वर्ग से आते हैं, वहीं वेणु रंजन भदौरिया क्षत्रीय समाज से हैं. माना जा रहा इसके पीछे भाजपा की ब्राह्मण और क्षत्रिय दोनों मतदाताओं को अपने पाले में लाने की मंशा है. एक तरफ जातीय समीकरण बैठाए गए हैं तो वहीं क्षेत्र का भी ख्याल रखा गया है. काबिले गौर है कि दोनों चुनाव में उन्नाव और कानपुर तथा कानपुर देहात के मतदाता वोट डालेंगे. ऐसे में अरुण पाठक जहां कानपुर निवासी हैं वही वेणु रंजन भदौरिया उन्नाव के निवासी हैं. यानी कि एक प्रत्याशी कानपुर का रखा गया है, तो दूसरा प्रत्याशी उन्नाव का.
5 बार से विधायक हैं राजबहादुर चंदेल
शिक्षक विधायक के लिए मैदान में उतरे रेणु रंजन भदौरिया वर्तमान मे भाजपा की साहित्यि एवं सामग्री विभाग के प्रदेश सह सयोजक हैं. वेणु रंजन भदौरिया का मुकाबला वर्तमान शिक्षक विधायक राजबहादुर चंदेल से है. राज बहादुर चंदेल लगातार 5 बार से शिक्षक विधायक हैं. वह पहली बार 1992 मे शिक्षक विधायक चुने गए थे. इसके बाद 1998, वर्ष 2004, 2010 और 2017 में भी वह विधायक चुने गए. राजबहादुर सिंह चंदेल छठवीं बार कानपुर- उन्नाव सीट से दावेदारी कर रहे हैं.
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