Kasganj Goshala: शुक्रवार को दर्जनों ग्रामीणों ने कासगंज जिले की अमापुर नगर पंचायत में स्थित कान्हा गौशाला पर धावा बोला तो वहां पर गायों की दुर्दशा देख आक्रोशित हो गए. उन्होंने गोवंशों को पर्याप्त चारा और पानी दिए जाने की मांग को लेकर सड़क पर जाम लगा दिया.
गौरव तिवारी/कासगंज: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गौप्रेम किसी से छुपा नहीं है. गौसेवा और गोवंश के प्रति उनके स्नेह ही है कि उनकी एक आवाज पर गोरखनाथ मंदिर की गौशाला के गोवंश दौड़े चले आते हैं. जन्माष्टमी के दिन भी सीएम योगी और गोवंश के बीच पारस्परिक स्नेहिल संबंध दर्शनीय और अभिभूत कर देने वाला था.
जहां एक तरफ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ गायों की सेवा कर रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर गोरक्षा की जिन पर जिम्मेदारी हैं ऐसे अधिकारी और कर्मचारी की हीलाहवाली के चलते गायों को जिंदा दफनाया जा रहा है. आइए आपको बताते हैं पूरा मामला कहा और क्या है.
गायों की मौत हो लेकर गौशाला में जमकर हुआ हंगामा
भले ही सूबे की योगी सरकार गौशाला में गायों के रखरखाव और उनके चारे की बेहतर व्यवस्था के बड़े-बड़े दावे कर रही हो, लेकिन इसके इतर यूपी के कासगंज की गौशाला में गाय को जिंदा दफनाने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि यहां दो गाय की मौत हो गई है. जिसके चलते जन्माष्टमी के दिन यानी शुक्रवार को गौशाला में जमकर हंगामा हुआ.
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गाय को जिंदा दफनाने का आरोप
दरअसल, शुक्रवार को दर्जनों ग्रामीणों ने कासगंज जिले की अमापुर नगर पंचायत में स्थित कान्हा गौशाला पर धावा बोला तो वहां पर गायों की दुर्दशा देखकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए. उन्होंने गोवंशों को पर्याप्त चारा और पानी दिए जाने की मांग को लेकर सड़क पर जाम लगा दिया. एक ग्रामीण ने तो गौशाला कर्मचारियों पर गाय को जिंदा दफनाने का भी आरोप लगाया है.
ग्रामीणों ने ये भी आरोप लगाए
शुक्रवार को कासगंज जनपद की अमापुर नगर पंचायत स्थित कान्हा गौशाला में दर्जनों की संख्या में ग्रामीण पहुंचे तो वहां पशु चारा गोदाम खाली मिला और पशुओं को चारा खिलाने के लिए बनाई गई कुंडिया भी खाली पड़ी हुई थी. गौशाला के अंदर निराश्रित गोवंश की दशा अत्यंत दयनीय थी. गोवंश सूखकर कांटा हो गए हैं. वहीं, ग्रामीण जब गौशाला पहुंचे तो गड्ढा खोदकर मृत गोवंश को दफनाया जा रहा था. इस पर ग्रामीणों का आरोप है कि गोवंश को दफनाते समय जब मिट्टी हटाकर देखी गई तो गोवंश के सांसें चल रही थी.
मीडिया को देख एसडीएम हुए गायब
ग्रामीण मनोज चौहान ने बताया कि गौशाला में मौजूद गोवंश को ना तो हरा चारा मिला और ना सूखा चारा दिया है. वहीं, जिंदा गायों को दफन किया जा रहा है. एक अन्य ग्रामीण भोला सोलंकी ने बताया कि मैं प्रतिदिन आकर देख रहा हूं. भोला ने बताया कि पिछले 20 दिन से गायों के चारे का गौशाला में कोई इंतजाम नहीं है. गोवंश के पीने के पानी में गोबर पड़ा हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि इस मामले को लेकर हम लोगों ने रोड जाम किया, जिसके बाद पुलिस आई. एसडीएम साहब भी आए, लेकिन जैसे ही मीडिया कर्मियों को देखा तो एसडीएम साहब रफूचक्कर हो गए.
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कर्मचारियों पर की जाएगी सख्त कार्रवाई
इस पूरे मामले में जब कासगंज जिला अधिकारी हर्षिता माथुर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पूरे मामले की जांच के लिए टीम को मौके पर भेजा गया है. मामले की जांच की जा रही है. ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोप सही पाए जाते हैं तो संबंधित नगर पंचायत और उसके कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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