बाराबंकी में ई-रिक्शा ड्राइवरों का तांडव, पुलिस को लेना पड़ा एक्शन
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बाराबंकी में ई-रिक्शा ड्राइवरों का तांडव, पुलिस को लेना पड़ा एक्शन

शहर में रूट निर्धारित होने, नंबरिंग किये जाने समेत कई दूसरे नियमों के विरोध में ई-रिक्शा चालक सड़क पर उतर आए. इनमें से कई ई-रिक्शा को रोककर उसपर बैठी सवारियों को जबरदस्ती उतरवाया गया.

बाराबंकी में ई-रिक्शा ड्राइवरों का तांडव, पुलिस को लेना पड़ा एक्शन

नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी : शहर में रूट निर्धारित होने, नंबरिंग किये जाने समेत कई दूसरे नियमों के विरोध में ई-रिक्शा चालक सड़क पर उतर आए. इनमें से कई ई-रिक्शा को रोककर उसपर बैठी सवारियों को जबरदस्ती उतरवाया गया. जिसके चलते लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर जिला अस्पताल के सामने भयंकर जाम लग गया.ऐसे में मरीजों को ले जा रहीं एंबुलेंस भी काफी देर तक इस जाम फंस गईं, जिसके बाद मजबूरन पुलिस ने लाठियां फटकार कर ई-रिक्शा चालकों को खदेड़कर जाम खुलवाया. फिर बाराबंकी के जीआईसी ऑडिटोरियम में इकट्ठा करके सभी ई-रिक्शा चालकों की समस्याएं सुनीं गईं और बैठक करके उसका समाझान करने का आश्वासन दिया.

वीओ- दरअसल बाराबंकी नगर पालिका, ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग ने ई-रिक्शा संचालन के लिए रूट निर्धारित किया था. इसके अलावा शहर के दस से 12 किलोमीटर तक के दायरे में रजिस्टर्ड ई-रिक्शा के अलावा दूसरे किसी का संचालन रोक देने के निर्देश दिये गये थे. इन्हीं सब नये नियमों के विरोध में ई-रिक्शा चालकों ने जीआईसी मैदान में इकट्ठा होकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान पटेल चौराहा और नाका सतरिख की ओर से आने वाले तमाम ई-रिक्शा को भी इन लोगों ने रोक कर सवारियां उतरवा दीं, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई और जाम लग गया.

पुलिस ने किया बल प्रयोग

जिसके बाद मौके पर पहुंची ट्रैफिक पुलिस समेत बाकी लोगों ने ई-रिक्शा चालकों को समझाने की काफी कोशिश की, लेकिन फिर भी कोई नतीजा नहीं निकला. ई-रिक्शा चालकों के प्रदर्शन के चलते लखनऊ-अयोध्या हाई-वे पर जिला अस्पताल के पास लंबा जाम लग गया. इसी जाम में कई एंबुलेंस भी काफी देर तक फंस गईं. जिसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए जमकर लाठियां भांजना शुरू किया, तो ई रिक्शा चालक भाग खड़े हुए. फिर किसी तरह जाम को खुलवाकर ट्रैफिक बहाल किया गया.

ये है रिक्शा चालकों की मांग

उसके बाद बाराबंकी के जीआईसी ऑडिटोरियम में इकट्ठा करके सभी ई-रिक्शा चालकों की समस्याएं पुलिस-प्रशासन के अघिकारियों ने सुनीं. ई-रिक्शा चालकोंने ग्रामीण क्षेत्र के ई-रिक्शा भी शहर में संचालित करने की मांग की. जिले में करीब चार हजार ई -रिक्शा हैं. इनमें से कई ग्रामीण क्षेत्रों के कई चालक शहर में आकर काम कर रहे हैं. इन सभी लोगों ने अपनी-अपनी समस्याएं बताईं, जिसके बाद अधिकारियों ने ई-रिक्शा चालकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ तहसील में बैठक करके सभी समस्याओं का समाधान निकालने का आश्वासन दिया.

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