गोंडा : गन्ना किसानों को बड़ा तोहफा, एशिया का सबसे बड़ा एथेनॉल प्लांट बदलेगा तकदीर
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गोंडा : गन्ना किसानों को बड़ा तोहफा, एशिया का सबसे बड़ा एथेनॉल प्लांट बदलेगा तकदीर

गोंडा में बनकर तैयार हुए इस प्‍लांट का उद्घाटन मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ करेंगे. आसपास के हजारों किसानों को होगा फायदा. 

गोंडा : गन्ना किसानों को बड़ा तोहफा, एशिया का सबसे बड़ा एथेनॉल प्लांट बदलेगा तकदीर

गोंडा : गोंडा में एशिया के सबसे बड़े Ethanol Plant का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. अगले महीने यानी नवंबर में इसका संचालन शुरू हो जाएगा. इस प्‍लांट का उद्घाटन CM Yogi Adityanath के हाथों होना है. उद्घाटन को लेकर तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं. 350 किलोलीटर प्रतिदिन क्षमता का यह प्‍लांट एशिया का सबसे बड़ा एथेनॉल प्‍लांट होगा. यहां से एथेनॉल बनने के बाद विभिन्‍न तेल कंपनियों के पास भेजा जाएगा. इसके बाद तेल कंपनियां इसे फिल्टर कर पेट्रोल के रूप में इस्‍तेमाल करने योग्‍य बनाएंगी.    

गन्‍ने की खेती के प्रति रुझान बढ़ेगा 
मैजापुर में बलरामपुर चीनी मिल ग्रुप द्वारा संचालित इस प्‍लांट का शिलान्‍यास पिछले साल नवंबर में ही सीएम योगी ने किया था. करीब 455.84 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह प्‍लांट 65 एकड़ में फैला है. इस प्‍लांट के शुरू हो जाने से पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत कम करने में भी मदद मिलेगी. साथ ही गन्ने की खेती के प्रति किसानों का रुझान और बढ़ेगा. इसके संचालन के लिए प्रतिदिन 50 हजार कुंतल गन्‍ने की आवश्‍यकता होगी. 

60 हजार किसानों को होगा फायदा 
इस प्लांट में गन्ने का जूस, चीनी का घोल, जौ, मक्का और चावल से एथेनॉल बनाया जाएगा. इस प्‍लांट के शुरू होने से जिले के 60 हजार किसानों को सीधा फायदा मिलेगा. इसके अलावा तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर चुके युवाओं को रोजगार के लिए द्वार खुलेंगे. साथ ही 250 लोगों को प्रत्‍यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा.   
    
बिजली उत्‍पादन केंद्र भी बन रहा 
प्‍लांट परिसर में ही 15 मेगावाट क्षमता के बिजली उत्पादन केंद्र का भी निर्माण हो रहा है. यह देवीपाटन मंडल को जगमग करने का भी काम करेगा. एथेनाल प्‍लांट के शुरू हो जाने से जो पैसा पेट्रोल-डीजल के लिए विदेशों में जा रहा है वह किसानों की जेब में जाएगा. यह प्‍लांट किसानों की खुशहाली का नया रास्ता खोलेगा. प्‍लांट परिसर में ही रहने के लिए भवन बना गए हैं.    

समय से गन्‍ना मूल्‍य का भुगतान होगा 
बताया गया कि इसके शुरू होने से किसानों को समय से गन्‍ना मूल्‍य का भुगतान मिल सकेगा. उत्‍पादन सीमित होने पर चीनी का मूल्‍य कम नहीं हो सकेगा. किसानों को उचित मूल्‍य मिल सकेगा. बताया गया कि इससे छोटा 250 किलोलीटर की क्षमता वाला डिस्टलरी प्लांट लखीमपुर खीरी के अजवापुर चीनी मिल में है.  

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