बाराबंकी वासियों के लिए खुशखबरी, जिला अस्पताल ने जीता NQAS अवॉर्ड, पढ़ें कैसे हुआ कायाकल्प
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बाराबंकी वासियों के लिए खुशखबरी, जिला अस्पताल ने जीता NQAS अवॉर्ड, पढ़ें कैसे हुआ कायाकल्प

बाराबंकी के रफी अहमद किदवाई स्मारक जिला अस्पताल ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. अस्पताल ने राष्ट्रीय पुरस्कार NQAS (National Quality Assurance Standards)अवॉर्ड जीता है.

बाराबंकी वासियों के लिए खुशखबरी, जिला अस्पताल ने जीता NQAS अवॉर्ड, पढ़ें कैसे हुआ कायाकल्प

नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी: सरकारी हॉस्पिटल से जुड़े डॉक्टर और कर्मचारी चाह लें तो प्राइवेट हॉस्पिटलों से कहीं बेहतर सुविधाएं मुहैया करा सकते हैं. बाराबंकि जिला अस्पताल ने सफलता की ऐसी ही कहानी लिखी है. कायाकल्प पुरस्कार में हैट्रिक लगाने के बाद बाराबंकी जिला अस्पताल में अब राष्ट्रीय पुरस्कार NQAS (National Quality Assurance Standards) अपने नाम किया है.

जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की लाइफलाइन कहे जाने वाले जिला अस्पताल की इस कामयाबी से अस्पताल प्रशासन के साथ ही जिले वासियों में खुशी है. इस अवॉर्ड के लिए सीएमएस ने जिला अस्पताल के सभी डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को बधाई दी. दरअसल कायाकल्प पुरस्कार जीतने वाले प्रदेश में सभी जिला स्तर के अस्पतालों को राष्ट्रीय पुरस्कार में प्रतिभागी होने का मौका मिला था. 

कई मानकों पर अस्पताल को परखा गया
इसमें बाराबंकी के रफी अहमद किदवाई स्मारक जिला अस्पताल ने भी भाग लिया. जिसके बाद बीते सितंबर महीने में दक्षिण भारत की तीन सदस्यीय टीम ने तीन दिनों तक अस्पताल की एक-एक सुविधा की जांच कर रिपोर्ट तैयार की थी. इस टीम में डॉ. विजय रमनन, डा. वैंकटेश्वर चेन्नई, डॉ. प्रणव ठक्कर सूरत गुजरात और डॉ. रमेश चंदर रोहतक हरियाणा शामिल थे. इस टीम ने अस्पताल के भवन, कर्मचारी आवास, ओपीडी, ओटी, दवा स्टॉक और दूसरी सुविधाओं को परखा था.
इन तमाम चीजों का निरीक्षण करने के बाद टीम ने जिला अस्पताल में मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं की तारीफ करते हुए पुरस्कार के लिए अस्पताल को फिट बताया था. जिसके बाद भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की अपर सचिव एवं मिशन की निदेशक रोली सिंह ने परिणाम घोषित किया. इसमें जिला अस्पताल को 82 फीसदी अंक मिले और अवॉर्ड के लिये चयन किया गया. 

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चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता और गुणवत्ता को लेकर को लेकर इमरजेंसी ट्रामा, ओपीडी, इंडोर एनआरसी, फार्मेसी, ब्लड बैंक, पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी, पीडियाट्रिक, आक्जिलरी किचन, मेडिकल रिकॉर्ड, जनरल एडमिनिस्ट्रेशन, ऑपरेशन थिएटर समेत इनपुट सपोर्ट सर्विसेज आदि का सघन मूल्यांकन किया गया.  इस मूल्यांकन में जिला अस्पताल को 82 फीसदी अंक मिले. इसके आधार पर जिला अस्पताल पुरूष को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित किया गया. बाराबंकी जिला चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. बृजेश कुमार ने कहा कि डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ समेत यह सभी की मेहनत है, जिसके चलते जिला अस्पताल का इस अवॉर्ड के लिए चयन हो सका.

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