Patient Rights : हॉस्पिटल में मरीज और उनके परिजनों को मिलते हैं कई अधिकार, जानिए क्या है NABH के लोगो की अहमियत
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Patient Rights : हॉस्पिटल में मरीज और उनके परिजनों को मिलते हैं कई अधिकार, जानिए क्या है NABH के लोगो की अहमियत

Patient Rights :अब जब भी आप हॉस्पिटल, लैब या नर्सिंग सेंटर जाएं वहां  NABH का लोग देखना न भूलें. यह लोग बताता है कि वहां स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर तय की गई निश्चित गाइडलाइंस का पालन किया जा रहा है. यदि ऐसा नहीं होता है तो आप इसकी शिकायत भी कर सकते हैं. 

Patient Rights : हॉस्पिटल में मरीज और उनके परिजनों को मिलते हैं कई अधिकार, जानिए क्या है NABH के लोगो की अहमियत

Patient Rights : अस्पताल और मेडिकल सेवाओं के बिना हमारे जीवन की कल्पना करना कठिन है. सेहत से जुड़ी किसी भी परेशानी के वक्त हम डॉक्टर और अस्पताल का रुख करते हैं. मेडिकल सेवाओं को बुनियादी जरुरत माना जाता है. आजकल मानवीय जीवन के हर पक्ष में गुणवत्ता पर खास जोर दिया जा रहा है. चाहे वह किसी वस्तु की क्वालिटी हो या फिर किसी सेवा की. ऐसे में जब बात आती है हॉस्पिटलों की तो बहुत कम लोगो होते हैं जिन्हें मरीजों के अधिकारों की जानकारी होती है. इसी तरह हॉस्पिटल अपनी जवाबदेही और कर्तव्य के बारे यदि जागरुक रहें तो मेडिकल सेवाओं को और बेहतर बनाया जा सकता है. 

क्या आपने ककिसी हॉस्पिटल में दाखिल होते समय गौर किया है कि वहां एक लोगो लगा होता है. यह लोग (सर्टिफिकेट) एनएबीएच (National Accreditation Board for Hospitals & Healthcare Providers)द्वारा प्रदान किया जाता है. यदि हॉस्पिटल ने एनएबीएच का सर्टिफिकेशन हासिल किया है, तो आप इस बात से आश्वस्त हो सकते हैं कि वहां एनएबीएच द्वारा बनाई गई गाइडलाइंस का पालन हो रहा है. हालांकि देश में NABH की मान्यता लेना अभी एक स्वैच्छिक है. लेकिन जिस तेजी से लोग अपनी सेहत और स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति संजीदा हो रहे हैं, इसके प्रति जागरुकता बढ़ी है.

एनएबीएच की कुछ अहम गाइडलाइंस 
1.मरीजों के रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था, डॉक्टूमेंटेशन, फीस की रसीद आदि (ऑनलाइन व्यवस्था को प्रोत्साहन)
2.मरीजों को समय पर अटेंड किया जाना
3.मरीजों को ईलाज की समुचित जानकारी देनी होगी
4.अस्पताल में संक्रमण से बचाव (Infection Control) की व्यवस्था
5.अस्पताल में सेफ्टी की व्यवस्था
6.मरीजों के साथ दुर्वव्यवहार पर रोक
7.बीमा आदि सुविधाएं प्रदान करना अनिवार्य

आयुष केंद्र से लेकर बड़े हॉस्पिटल सभी के लिए गाइडलाइंस
NABH एंट्री लेवल हेल्थ ऑर्गनाइजेश (छोटे हॉस्पिटल) जो कि 50 बेड से ऊपर के अस्पताल होते हैं, उन्हें इस कटेगरी में रखा जाता है. यहां भी मेडिकल सेवाओं से जुड़े 45 स्टैंडर्ड्स हैं. 50 बेड से कम के अस्पताल  (Small Healthcare Organisation) के लिए भी 41 स्टैंडर्ड्स बनाए गए हैं. कोरोना संकट के बाद आयुष केंद्रों की उपयोगिता साबित हो रही है, एनएबीएच ने आयुष केंद्रों और हॉस्पिटलों के लिए भी गाइडलाइंस तैयार की हैं. हालांकि वही आयुष केंद्र NABH Accreditation के दायरे में आत हैं जिनमें कम से कम 5 मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था होती है. इसी तरह नर्सिंग सेवाओं और लैब जहां मेडिकल जांच होती हैं, वहां भी आप इस बात की जानकारी ले सकते हैं कि वह NABH से मान्यता प्राप्त है या नहीं.

मरीज ही नहीं अस्पतालों के लिए भी फायदेमंद

खास बात ये है कि एनएबीएच के एक्रिडिएशन का फायदा सिर्फ मरीजों को ही नहीं अस्पतालों को भी मिलता है. अस्पताल जहां मरीजों की देखभाल, उनके बेहतर ईलाज को लेकर प्रोत्साहित होते हैं. वहीं देश में हेल्थ का टिकाऊ इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा होगा. आज प्रतिस्पर्धा के दौर में यह अस्पतालों को मरीजों के बीच भरोसा बढ़ाने का जरिया बनता है. आप चाहें तो एक हॉस्पिटल में प्रदान मरीजों और उनके परिजनों को मिलने वाले अधिकार और उससे जुड़ी गाइडलाइंस को विस्तार में https://nabh.co पर पढ़ सकते हैं. यही नहीं हॉस्पिटल इस वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन  Accreditation हासिल कर सकते हैं.

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