मंदिर ढूंढकर रहूंगी, जिसको जो करते बने कर ले...कानपुर महापौर प्रमिला पांडे ने मुस्लिम धर्मगुरुओं को सुनाई खरी-खरी
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मंदिर ढूंढकर रहूंगी, जिसको जो करते बने कर ले...कानपुर महापौर प्रमिला पांडे ने मुस्लिम धर्मगुरुओं को सुनाई खरी-खरी

Kanpur News: कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय के खिलाफ मुस्लिम धर्मगुरुओं ने कमिश्‍नर से शिकायत की है. इस पर मेयर प्रमिला पांडे ने खरी-खरी सुना दी. 

Kanpur Mayor Pramila Pandey

Kanpur News: कानपुर की महापौर प्रमिला पांडे ने बंद पड़ी मंदिरों को खुलवाने की मुहिम छेड़ दी है. अब उन्‍हें मुस्लिम धर्मगुरुओं का विरोध का सामना करना पड़ा है. मुस्लिम धर्मगुरुओं ने पुलिस कमिश्‍नर को एक ज्ञापन देकर महापौर प्रमिला पांडे पर शहर का सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया है. इस पर महापौर ने धर्मगुरुओं को खुली चुनौती दे दी है. महापौर प्रमिला पांडे ने कहा कि मंदिरों से अवैध कब्‍जा हटता रहेगा, जिसको जो करते बने कर ले. 

मुस्लिम धर्मगुरुओं ने सौंपा ज्ञापन 
दरअसल, कानपुर की महापौर प्रमिला पांडे पिछले कई दिनों से शहर में मंदिरों से अवैध कब्‍जे के खिलाफ सड़कों पर उतर रही हैं. इतना ही नहीं खुद फोर्स के साथ मौके पर जाकर अवैध कब्‍जों से मुक्ति दिला रही हैं. इतना ही नहीं बंद पड़ी मंदिरों को खुलवाकर वहां पूजा-पाठ शुरू करवा रही हैं. अब उलमा अहले सुन्नत मशावर्ती बोर्ड विरोध में उतर आया है. 

'बंद मंदिरों में हिंदू आबादी नहीं'
मुस्लिम धर्मगुरुओं ने पुलिस कमिश्‍नर को ज्ञापन देकर अपील की है कि बंद मंदिरों में हिंदू आबादी नहीं है. ऐसे में दूसरे एरिया से मूर्ति की पूजा करने के लिए लोग आएंगे, तो हो सकता है कि कोई पत्थर फेंक दे, इससे शहर का माहौल बिगड़ सकता है.
ज्ञापन में लिखा गया कि मेयर साहिबा की नियत पर कोई सवाल नहीं उठाया है. वो सभी धर्मों की मेयर हैं. 1991 एक्ट में ये बात स्‍पष्‍ट है कि जो पहले की यथास्थिति है, वो कायम रहें. 

मुस्लिम धर्मगुरु क्‍या बोले? 
सुन्नी उलेमा काउंसिल राष्ट्रीय महासचिव मोहम्‍मद सलीस ने कहा कि कानपुर शहर गणेश शंकर विद्यार्थी और मौलाना हसरत मोहानी की धरती है. उसी तरह से हमको यहां रहना चाहिए. मुस्लिम क्षेत्र में मंदिरों में पूजा करने के लिए हम पैसे दे देते थे. उनके देहांत के बाद अब वो मंदिर बंद है. 

किसी के धर्म के साथ खिलवाड़ करो कोई एक्‍ट नहीं कहता 
वहीं, मुस्लिम धर्मगुरुओं के ज्ञापन देने के बाद मेयर प्रमिला पांडेय ने कहा कि मुस्लिम धर्मगुरुओं ने जो ज्ञापन दिया है, मुझे उनसे कोई लेना देना नहीं है. मैं जो भी काम करती हूं सोच-समझ कर करती हूं. पूजा अधिनियम के तहत आजादी से पहले जो मंदिर हैं, वो उन्हीं स्थिति में बने रहेंगे. अब मैं कानूनी कार्रवाई करूंगी. नगर निगम में मौजूद पंचशाला से मैंने 125 मंदिर जो दर्ज है, उसको निकलवाया है. कोई भी ये एक्ट नहीं कहता कि किसी के धर्म के साथ खिलवाड़ करो. लेकिन कुछ लोग कह रहे हैं कि मैं सौहार्द बिगाड़ना चाहती हूं, उनसे मैं कहना चाहती हूं कि मेरे किसी भगवान का हाथ काट दिया, किसी का गला काट दिया, शिव का अर्घा तक हटा दिया. ये किसी कानून के तहत अंतर्गत है. 

जिन लोगों ने मंदिर तोड़ा है उनपर कार्रवाई होगी 
प्रमिला पांडे ने कहा कि अब जिन लोगों ने मेरे मंदिरों को तोड़ा है, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगी और जेल भी भेजवाऊंगी. हाल ही में लुधौरा में जो मंदिर खुलवाया, उसमें मूर्तियों को किस तरह से खंडित किया गया है, ये सभी ने देखा है. किसी मस्जिद में कोई हिंदू किरायेदार है. हमारे मंदिरों में मूर्ति तोड़ने का काम किसने किया. हमारी मूर्ति बनी रहती, वो भी बने रहते, मूर्ति तोड़ने का काम किसने किया. शिवाला में 7 मुस्लिम रहते हैं, मैं अब मुकदमा कायम कराऊंगी. मैंने जो मंदिर ढूढ़ा है, वहां कभी अष्टधातु की मूर्तियां थी, उनकी करोड़ों में कीमत थी. महापौर ने कहा कि मैं तो बस इतना चाहती हूं कि 125 मंदिर ढूंढकर उनकी साफ-सफाई कराकर चाबी प्रशासन को सौंप दूंगी. 

 

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